Chemistry, asked by zain5488, 9 months ago

आप इस तथ्य की व्याख्या किस प्रकार करेंगे कि सोडियम की प्रथम आयनन एन्थैल्पी मैग्नीशियम की प्रथम आयनन एन्थैल्पी से कम है, किंतु इसकी द्वितीय आयनन एन्थैल्पी मैग्नीशियम की द्वितीय आयनन एन्थैल्पी से अधिक है।

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Answered by ankugraveiens
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आयनन एन्थैल्पी एक पृथक तटस्थ गैसीय परमाणु की सतह से एक इलेक्ट्रॉन को बाहर निकालने के लिए आवश्यक ऊर्जा है |

Explanation:

सोडियम की प्रथम आयनन एन्थैल्पी मैग्नीशियम की प्रथम आयनन एन्थैल्पी से कम है क्यूंकी सोडियम की तुलना में मैग्नीशियम का परमाणु आकार अधिक होता है ,तथा सोडियम की तुलना में मैग्नीशियम में अधिक प्रभावी नभिकिये आवेश होता है। इस प्रकार, सोडियम से एक इलेक्ट्रॉन को बाहर निकालने के लिए आवश्यक ऊर्जा मैग्नीशियम की तुलना में कम है। इसलिए, मैग्नीशियम का प्रथम आयनन एन्थैल्पी  सोडियम की प्रथम आयनन एन्थैल्पी से अधिक होता है ।

मैग्नीशियम की द्वितीय आयनन एन्थैल्पी सोडियम की द्वितीय आयनन एन्थैल्पी से कम है क्योंकि एक इलेक्ट्रॉन को बाहर निकालने के बाद, मैग्नीशियम के 3-कक्षीय कक्ष में अभी भी 1 इलेक्ट्रॉन शेष है, जबकि सोडियम के एक इलेक्ट्रॉन को निष्कासित करने पर स्थिर निष्क्रिय गैस विन्यास को प्राप्त करता लेता है । जबकि, स्थिर अक्रिय गैस विन्यास को प्राप्त करने के लिए मैग्नीशियम को अभी भी 1 इलेक्ट्रॉन को बाहर निकालने की आवश्यकता है   इसलिए , मैग्नीशियम की द्वितीय आयनन एन्थैल्पी सोडियम की द्वितीय आयनन एन्थैल्पी से से कम है ।

   

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