आपको करोना काल में अपने घर पर बिताने के लिए बहुत सारा समय मिला इस समय का सदुपयोग अपने बांध वाणी सीखने में किया तथा अपने अपने घर में कुछ औषधीय पौधे भी लगाए इसके बारे में बताते हुए अपनी नानी जी को पत्र लिखें
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Answer:
hi mates here is your answer!
Explanation.
नीलम हॉर्स।
कंकड़बाग पटना
कंकड़बाग पटनामकान नंबर 420,
कंकड़बाग पटनामकान नंबर 420, 23 जून 2021
प्रिय नानी,
आप कैसी हो? मैं यहां कुशल मंगल हूं आशा करता हूं कि आप भी अपने परिवार के साथ कुशल मंगल होगा पत्र को लिखने का कारण आपकी कुशलता का समाचार प्राप्त करना तथा इस बार के ग्रीष्म अवकाश की छुट्टियों के विषय में बात करने हेतु पत्र।
जैसा कि आप जानते हैं इस पर हम करोना महामारी से जूझ रहे दिन प्रतिदिन करोना का कहे बहता जा रहा है और अथक प्रयासों के बाद भी हमारे देश के वैज्ञानिक इस वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन का खोज कर लिया है और वैक्सीनेशन जारी है आशा है कि आने वाले कुछ सालों में अमित सिमाबारी से मुक्त हो जाएं। इस महामारी को देखते हुए हमारे प्रधानाचार्य एक माह की छुट्टी प्रदान करते हुए कुछ निर्देश और गृह कार्य दिए हैं जिसे मैं पूरा करना है।
इस इस बार की छुट्टी के दिन पहले की छुट्टियों जैसी विकास साबित ना हो इसके लिए मैंने पहले से ही दिनचर्या तैयार करके रखा है जिसमें निम्न बातों का ख्याल रखा है:-
- रोज रोज सुबह उठकर अपने सभी निजी कार्य करना जैसे मल मूत्र त्यागना दातुन करना स्नान करना तथा पूजा पाठ करना।
- शिक्षकों द्वारा दिया गया कार्य जैसे पाठ को याद करना।
- 2 घंटे पढ़ाई करने के बाद 10 मिनट का ब्रेक जिसमें अपने आप को रिफ्रेश करना (पानी दूध या चाय का सेवन करना) गाने सुन कर या अपने दोस्तों से बातें कर।
- पढ़ाई खत्म होने के बाद बचे हुए समय में अपने परिवार के साथ हंसी मजाक खेत खलियान के चक्कर लगाना उसके बारे में जानना समझना आदि।
जैसा कि मैंने पहले से ही अपने आने वाली छुट्टी के लिए दिनचर्या तैयार करके रखा था ठीक उसी प्रकार मैंने इस बार की छुट्टी का पूरा पूरा लाभ उठाया है और इस बार की छुट्टी में हमने सारा वर्क खत्म करके अपने गांव में खेत खलियान में होने वाली सभी फसलों और हमारे क्षेत्र तथा हमारे राज्य में बोले जाने वाले कई भाषा को मैंने सीखा है साथ ही साथ मैंने कुछ अभी से पौधे भी लगाए हैं जिससे कि हमारे पर्यावरण की शुद्धता में सुधार हो और हम अच्छे से जीवन को बिता सके।
अच्छा अच्छा ठीक है अब मैं अपनी बातों को विराम देता हूं और आशा करता हूं कि आपको इन सभी बातों को जाने के बाद खुशी हुई होगी अगर इन सभी के बावजूद आपको किसी भी चीज की कमी महसूस हो तो मुझे खत लिखकर कर जरूर बताइए।
नाना जी को और घर के अन्य बढ़ेगी को मेरी तरफ से प्रणाम कहना और छोटू को आशीर्वाद।
तुम्हारा प्यार
सूरज