आपके मित्र के दादा जी का देहावसान हो गया है, उसे एक शोक संदेश लिखें । (अधिकतम 30 शब्दों में )
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Explanation:
मेरे प्रिय मित्र मुझे यह सुनकर बहुत दुख हुआ कि अब तुम्हारे दादा जी नहीं रहे 1 दिन किसी ना किसी को तो जाना ही है मैं जान सकता हूं कि तुम्हें कितना दर्द हुआ होगा अपने राजा जी को सोते हुए पर अब भगवान की लीला तो भगवान ही जानते हैं मैं भी बहुत दुखी हूं की राजवीर दादू अब नहीं रहे तुम्हें याद है जब हम दोनों छोटे थे और तुम्हारे दादा जी राजवीर दादू हमें घुमाने ले जाया करते थे या तो है ना तब तुमने मेरे से मेरी टोपी छीन ली थी तो राजवीर दादू ने तुमसे कहा कि मेरे लाड़ले मेरी आंखों के तारे चलो जल्दी से दे दो उसको इसकी टोपी आना फिर भी तुमने नहीं दिया तो तुम्हारे दादू ने मुझसे कहा माफ करना बेटा यह थोड़ा जिद्दी है मैं तुम्हें और से सुंदर तो फिर आता हूं और उन्होंने दिलवा दी और मैंने वह कॉपी अपने पास रख रखी है अब तक तुम चाहो तो मैं तुम्हारे दादा जी की याद में इसी तुम्हें दे सकता हूं अंतिम में मैं तुमसे यही कहूंगी कीहमें और तुम्हें अपने दादाजी की बहुत याद आएगी राजगीर दादू बहुत ज्यादा अच्छे थे पर अब यह तो किस्मत का खेल है धन्यवाद
माफ कीजिएगा पूरी स्पेलिंग मिस्टेक के लिए
Answer:
मित्र को दादी जी की मृत्यु पर संवेदना पत्र
राजडांगा मैंन रोड ,
सरिता कुञ्ज ,
नयी दिल्ली
दिनांकः ०१/०८/२०१७
प्रिय श्यामा ,
तुम्हारा पत्र मिला .तुम्हारी दादी जी की अवस्था के बारे में तो पता था परन्तु उनकी अचानक मृत्यु से बहुत सदमा लगा .हम सब उनके स्नेहभाव से भली – भातीं परिचित थे.ईश्वर उन्हें सद्गति प्रदान करे . मेरे हार्दिक सहानुभूति तुम्हारे परिवार व तुम्हारे साथ है .
तुम्हरी सहेली
रजनी