आपका मित्र विदेश में रहता है। पत्र लिखकर उसे बताएँ कि भारत में कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए क्या - क्या कदम उठाए गए हैं और उनके क्या सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं।.
Answers
जमुई, खैरा रोड
सब्जी मार्केट
811307, 20 मार्च 2020
मंगलवार
मेरा प्रिय मित्र
मैं आशा करता हूं की तुम वहां ठीक से होगे और मैं भी यहां कुशल मंगलम से हूं। मैं यह पत्र के माध्यम से तुम्हें बताने जा रहा हूं। कि भारत में कोविड-19 को नियंत्रण करने के लिए क्या क्या कदम उठाए गए हैं। और उनके क्या क्या सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं। भारत में इस संक्रमण बीमारी को रोकने के लिए भारत के सरकार ने कुछ नियम बनाए हैं। जैसे कि सोशल डिस्टेंस मेंटेन करना और हमेशा मास्क लगाकर रहना और कम बार कम से कम बाहर निकलना लोगों से कम मिलना अनजान व्यक्ति से बात नहीं करना और साथ-साथ यह भी ख्याल रखना की किसी भी बाहर से आए हुए व्यक्ति को अपने इलाके में प्रवेश ना करने देना। अगर कोई व्यक्ति आपके इलाके में प्रवेश करता है। तो शीघ्र ही पुलिस को खबर करें । अगर वह व्यक्ति कोविड-19 जैसी बीमारियों से पीड़ित हो तो उसे चेक किया जाए ताकि वहां रहने वाले किसी भी व्यक्ति को इस संक्रमण बीमारी का सामना ना करना पड़े। इस तरह से कई उपाय लगाए गए हैं इसका सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुआ है कि हमारे देश में मरीजों की संख्या कम होती जा रही है। तथा स्थिति काबू में है दिगर देशों में इसे रोक पाना मुश्किल हो रहा है लेकिन हमारे देशों में कोविड-19 को आसानी से रोक पाने में सक्षम रहा है। देश के सरकार इस बारे में हमेशा जनता को समझा रही है। की आप सभी लोगों को हमारी सहायता करनी होगी। अगर आप हमारी सहायता करते हैं। तो हम अपने देश के वासियों को आसानी से इस बीमारी से संक्रमित होने से रोक पाएंगे। हमारे देश के सारे वासी सरकार की पूरी तरह से योगदान कर रहे हैं। और इसका सकारात्मक परिणाम यह है। कि बहुत कम लोग इस बीमारी के चपेट में आए हैं। मुझे उम्मीद है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो हमारा देश एक दिन विमुक्त हो जाएगा मैं आशा करता हूं। की इस लेटर के माध्यम से मैंने पूरी जानकारी तुम्हें दे दी है। की भारत में कोविड-19 को नियंत्रण करने के लिए क्या क्या कदम उठाए गए हैं और इसका सकारात्मक परिणाम भी काफी बढ़िया रहा है।
तुम्हारा प्यारा मित्र
संकल्प कुमार
27 मंगलम कॉलोनी
जयपुर
७ जून , २०२०
प्रिय मित्र सौरव
मैं यहां से कुशल हूं और आशा करती हूं कि तुम वे तुम्हारा परिवार भी स्वस्थ व कुशल होंगे। इस कोरोना काल में सभी देश अपने देशवासियों की कुशलता के लिए अनेक कदम उठा रहे हैं। तुमने अपने पिछले पत्र में मुझसे पूछा था कि भारत सरकार ने यहां के वासियों के बचाव हेतु क्या-क्या उपाय सोचें हैं वे उनका परिणाम क्या निकला है। तो इस पत्र के माध्यम से मैं तुम्हें हमारे देश में कोरोना से बचने हेतु उठाए गए कदमों से अवगत कराने वाली हूं। जैसा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दिशा निर्देश दिए हैं कि यह बीमारी अत्यंत भयावह है वह यह आसानी से नष्ट नहीं होगी। इसी कारण से सरकार ने देशवासियों की कुशलता हेतु कई नीतियां बनाई वह स्वास्थ्य प्रबंध करने में जुट गई । सरकार ने बीमारी की जटिलताओं को देखते हुए 24 मार्च 2020 में राष्ट्रव्यापी लोक डाउन की घोषणा कर दी यह लोक डाउन अब तक चार बार अपने निर्धारित दिनांक के बाद भी बढ़ाया जा चुका है। इस दौरान सभी सेवाएं जैसे कि रेल ,विद्यालय, बस सेवा आदि बंद की जा चुकी हैं केवल दवाइयों की दुकान, सब्जी की दुकान व अस्पताल ही खुले मिलते हैं। इन सभी स्थानों पर जाने पर भी कुछ नियमों की पालना अति आवश्यक है जैसे कि सोशल डिस्टेंसिंग, बिना मास्क के घर से निकलना व सैनिटाइजर से अपने हाथ धोना। इसके साथ ही सरकार ने दूसरे देशों व राज्यों में फंसे हुए मजदूरों, विद्यार्थियों व अन्य लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए भी व्यवस्थाएं शुरू कर दी हैं। जो भी व्यक्ति दूसरे स्थान से आता है उसका दो बार मेडिकल चेकअप होना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही वह व्यक्ति 14 दिनों तक घर से बाहर नहीं निकल सकता यह कानून भी बना दिया गया है । सरकार के इन कदमों से हमें अनेक से सकारात्मक परिणाम मिले हैं। भारत एक प्रगतिशील राष्ट्र जरूर है परंतु इसकी अर्थव्यवस्था इतनी भी मजबूत नहीं कि वह अपने देश के प्रत्येक नागरिक को वेंटिलेटर प्रदान कर सकें। और सरकार इस बात से भलीभांति परिचित थी इसलिए इस लोक डाउन को प्रभावित किया गया जिसके कारण आज दूसरे देशों की तुलना में भारत में मरीजों की संख्या बहुत कम है। सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कर काम करने से अर्थव्यवस्था को पुनः संचालित करने में भी सहायता मिलेगी। अतः यह सब कदम देश के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होने वाले हैं ।
हम सब आशा करते हैं कि यह महामारी जितनी जल्दी हो सके खत्म हो जाए वह सब लोग फिर से खुली हवा में सांस ले सके हैं। इसी के साथ मैं पत्र को यहीं समाप्त करती हूं ।
तुम्हारे माता-पिता को मेरी तरफ से प्रणाम वह भाई को ढेर सारा प्रेम देना।
तुम्हारी प्रिय मित्र
मीमांशा चौधरी