Hindi, asked by urvivarsangia, 1 day ago

आपकी निगाहों में महान बनने के लिए कौन-कौन से गुणों का होना आवश्यक है? हिंदी क्वेश्चन​

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Answered by ManfatehSingh
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सफल आदमी बनने के लिए क्या गुण होने चाहिए? एक अच्छा और सफल आदमी बनने के लिए हम में क्या गुण होने चाहिए? सफल इंसान बनने के लिए हमारा व्यवहार कैसा होना चाहिए? आज दुनिया का हर आदमी सफल बनना चाहता है। सभी चाहते है कि मुझे भी सब पसंद करे। में भी एक सफल और कामयाब बंदा होता पर सफलता, (success) कामयाबी फौकट में थोड़ी मिलती है ये भी एक मंजिल कि तरह है जिसे पाने के लिए हम में कुछ खास गुण होने चाहिए उन्ही गुणों के बारे में मैं आपको इस post में बता रहा हु कि एक सफल आदमी बनने के लिए आप में क्या गुण होने चाहिए।

Answered by virmaniajit
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Answer:

श्री मुलायम सिंह यादव : उपाध्यक्ष महोदय,, मैं निम्नलखित प्रस्ताव करता हूं :-

" कि यह सभा देश के वभिन्न भागों, विशेषरूप से गुजरात मे, अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने में प्रशासन की असफलता पर अपनी गंभीर चिन्ता व्यक्त करती है और सरकार से अनुरोध करती है कि वह अल्पसंख्यक समुदायों में विश्वास बहाल करने और उनकी रक्षा करने के लिये प्रभावी कदम उठाए । "

माननीय उपाध्यक्ष महोदय, मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं कि आपने गुजरात ही नहीं, देश की गम्भीर और महत्वपूर्ण स्थिति पर बोलने का मौका दिया।

हम आपको बधाई देते हैं कि आपने नियम १८४ के तहत हमारी नोटिस को स्वीकार करते हुए, बहस करने की अनुमति देकर देश के सामने सही स्थिति रखने का अवसर दिया। इसके लिए भी आप बधाई के पात्र हैं कि सरकार तथा मल्होत्रा जी की जिद के कारण संसद के दोनो सदनों का कामकाज ठप था, वह फिर से शुरू हुआ । …( व्यवधान) हमारे कारण तो चेयर ने फैसला कर दिया कि हम सही थे और सरकार गलत थी । आप इसलिए भी बधाई और धन्यवाद के पात्र है कि पूरा देश देख रहा था कि आखिर लोक सभा क्यों नहीं चल रही है। आखिर सरकार बहस कराने से क्यों कतरा रही है, बहस स्वीकार क्यों नहीं कर रही है। ऐसे वक्त पर पूरा देश ही नहीं, दुनिया इस बात की प्रतीक्षा कर रही थी इस पर आपका क्या निर्णय होगा। आपने नियमानुसार हमारी समाजवादी पार्टी की तरफ से भी और पूरे विपक्ष की भावनाओं और देश की जनता की भावनाओं का आदर करते हुए यह बहस स्वीकार की। वहीं हमें इस बात का अफसोस है कि देश का प्रतनधित्व करने वाले प्रधान मंत्री जी और सत्ता पक्ष में बैठे कई साथियों ने आपके इस निर्णय पर जो टिप्पणी की, वह अशोभनीय थी और वह इसलिए भी अशोभनीय है कि समय-समय पर कई अवसरों पर आदरणीय प्रधान मंत्री जी कहते हैं कि संसद की मर्यादा भंग हो गई है। लेकिन अपने को कभी नहीं देखते हैं कि कहां-कहां मर्यादा भंग कर रहे हैं। अध्यक्षपीठ से जो भी फैसला होता है उसका सबसे पहले सम्मान सत्तापक्ष को करना चाहिए । देश का प्रतनधित्व करने वाले इस सदन के नेता की चेयर के फैसले के संबंध में टिप्पणी अशोभनीय है और मर्यादा को भंग करने वाली है। प्रधानमंत्री जी इसे स्वीकार करेंगे, क्योंकि आप मर्यादा को कायम रखने का बहुत ध्यान रखते हैं। लेकिन जब प्रधानमंत्री जी पर आती है तो पता नहीं क्यों भंग हो जाती है। क्या वजह है, यह भी बता दें कि आखिर क्या कारण था।

उपाध्यक्ष महोदय : मुलायम सिंह जी, प्लीज।

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