आपके पिता जी ने आपको कुछ मित्रों की संगति छोड़ने को कहा था , पर आपने उनका कहना नहीं माना। अब उन्ही मित्रों के कारण आपको दंड भुगतना पड़ रहा है। अपनी भूल की क्षमा याचना करते हुए पिताजी को पत्र लिखें। Iwill mark brainliest
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आप संगति का महत्व तो जानते ही होंगे हमारे जीवन में संगति एक अहम रोल अदा करती है. ये संगति का ही असर होता है की अच्छे लोग बुरे लोगो की संगत में बुरे आदत पाल लेते है तो वही कई बुरे आदत वाले लोग भले लोगो के संगत में रहकर खुद को बिल्कुल बदल देते है तो यह संगति का ही नतीजा होता है। मंथरा की संगति ने कैकेयी को हमेशा के लिए बदनाम कर दिया. सज्जनों और सद्ग्रंथों की संगति के कारण विभीषण का उद्धार हो गया. हम जैसे लोगों के साथ अपना समय बिताते हैं, हमारी वैसी हीं गति होती है.
→ जैसी संगति……..वैसी गति
आपकी संगति आपके भविष्य का निर्धारण करती है, अच्छी संगति का मतलब अच्छा भविष्य; बुरी संगति का मतलब बुरा भविष्य.
जैसी संगति → वैसा भविष्य….बुरे लोगों का साथ मीठे जहर की तरह होता है, जो शुरू में तो मीठा लगता है, लेकिन अंत में हमारे लिए जानलेवा साबित होता है.
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आपके पिता जी ने आपको कुछ मित्रों की संगति छोड़ने को कहा था , पर आपने उनका कहना नहीं माना। अब उन्ही मित्रों के कारण आपको