आपके शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है, इस समस्या हेतु यातायात पुलिका का ध्यान आकर्षित करवाते हुए सुधार हेतु दैनिक जागरण के संपादक को पत्र लिखें।
Answers
Explanation:
हर भूल तेरी माफ़ की
तेरी हर खता को भुला दिया,
गम है कि मेरे प्यार का
तूने बेवफाई सिला दिया।
नजर उनकी जुबाँ उनकी,
अजब है कि इस पर भी,
नजर कुछ और कहती है,
जुबाँ कुछ और कहती है।
इतना गुरुर है तो मुकाबला
इश्क से कर ऐ बेवफा,
हुस्न पर क्या इतराना
जो मेहमान है कुछ दिन का।
- via bkb.ai/तेरी आँखों में सच्चाई की एक राह दिखाई देती है,
तू है मोहब्बत का दीवाना ऐसी चाह दिखाई देती है,
माना कि ठोकर खाई है जमाने में बेवफाओं से,
पर तू आशिक है तुझमें मोहब्बत की चाह दिखाई देती है।
- via bkb.ai/Happy birthday! May all your wishes and dreams come true!
Explanation:
आधुनिक शहरी दुनिया में शायद ही कोई ऐसा महानगरीय शहर है जहां यातायात की गंभीर समस्या न हो। यही कारण है कि विगत कुछ वर्षों के दौरान सड़कों पर निरंतर विकराल होती जा रही भीड़-भाड़ की समस्या को देखते हुए कई शब्द स्वत: ही लोगों की जुबान पर आ गए हैं। रश ऑवर, ट्रैफिक जाम, रेंगते वाहन (क्राउलिंग ट्रैफिक), ट्रैफिक स्नार्ल-अप, सड़कों पर थमे पहिए (मोटरवे होल्ड-अप), टाउन-सेंटर बॉटलनेक, बंपर टू बंपर ड्राइविंग और ग्रिडलॉक कुछ ऐसे शब्द हैं जो सड़कों पर ठीक इसी तरह या विभिन्न प्रकार के बदहाल ट्रैफिक परिदृश्य को बयां करते हैं। सर्वाधिक बेहाल ट्रैफिक जाम को ‘ग्रिडलॉक’ नाम दिया गया है। ‘ग्रिडलॉक’ उस स्थिति को कहते हैं जब सड़कों पर चारों ओर कई किलोमीटर तक वाहनों की अकल्पनीय लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं और लगातार कई घंटों तक वाहन रेंगने पर विवश हो जाते हैं। अब तक के इतिहास में ‘ग्रिडलॉक’ का सबसे भयावह नजारा चीन में बीजिंग-झांगजीकौ राजमार्ग पर देखने को मिला था। अगस्त 2010 में ‘ग्रिडलॉक’ के दौरान बड़ी संख्या में वाहन ग्यारह दिनों तक एक कतार में रेंगने पर विवश हो गए थे। यह कतार 100 किलोमीटर से भी अधिक लंबी थी। यही नहीं, कई वाहन चालकों को तो सड़क पर ही लगातार पांच दिन गुजारने पड़े थे, जो वाकई कल्पना से परे है।