Hindi, asked by aarav506341, 20 days ago

आपके विद्यालय में ऑनलाइन कक्षाएं नियमित रूप से चल रही है इसकी जानकारी देते हुए मित्र को पत्र लिखिए।

Answers

Answered by ronak00799
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संपादकीय पत्र

संपादक के नाम लिखे जाने वाले पत्र का प्रारूप

CBSE Class 9 Hindi A पत्र लेखन 5

CBSE Class 9 Hindi A पत्र लेखन 6

संपादकीय पत्रों के उदाहरण

22. निरंतर बढ़ती महँगाई से जनता को हो रही परेशानियों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित कराने के लिए किसी दैनिक समाचार के संपादक को पत्र लिखिए।

उत्तरः

परीक्षा भवन

नई दिल्ली

10 सितंबर, 20xx

संपादक महोदय

दैनिक जागरण

एफ-62-63, सेक्टर-62

गौतम बुद्ध नगर (उ.प्र.)

विषय-महँगाई से उत्पन्न समस्याओं के संबंध में।

महोदय

आपके सम्मानित एवं लोकप्रिय पत्र के माध्यम से मैं सरकार का ध्यान निरंतर बढ़ती महँगाई से उत्पन्न लोगों की परेशानियों की ओर आकर्षित कराना चाहता हूँ।

अगस्त महीने से फल एवं सब्जियों के दामों में जो वृद्धि शुरू हुई, वह रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। दालों के दाम पहले से ही आकाश छू रहे हैं। आटा, चीनी, चावल, मसाले सभी के दाम बढ़ते जा रहे हैं। इस महँगाई की सबसे अधिक मार जनता को झेलनी पड़ रही है, जिससे उसकी कमर टूट रही है। इस वर्ग के लिए दाल-रोटी मिलना भी मुश्किल होता जा रहा है। रही-सही कसर जमाखोर पूरी कर रहे हैं। सरकार भी उदासीन रवैया अपनाए हुए है।

आपसे प्रार्थना है कि इसे आप अपने समाचार-पत्र में छापने की कृपा करें, ताकि सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट हो तथा वह महँगाई रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए।

धन्यवाद

भवदीय

सगुन शर्मा

23. मिलावट एवं जमाखोरी की समस्या की ओर सरकार एवं अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करते हुए किसी समाचार संपादक को पत्र लिखिए।

उत्तरः

परीक्षा भवन

नई दिल्ली

18 सितंबर, 20XX

संपादक महोदय

नवभारत टाइम्स

बहादुर शाह जफ़र मार्ग

नई दिल्ली

विषय-बढ़ती मिलावट एवं जमाखोरी के संबंध में।

महोदय

मैं आपके सम्मानित एवं लोकप्रिय पत्र के माध्यम से जमाखोरी एवं मिलावट की समस्या की ओर सरकार एवं अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराना चाहता हूँ।

इन दिनों मिलावट एवं जमाखोरी की समस्या दिन दूनी-रात चौगुनी गति से बढ़ रही है। शुद्ध सामान मिलना दुर्लभ हो गया है। नैतिकता एवं ईमानदारी की कसमें खाने वाले दुकानदार लगभग हर खुले सामान में मिलावट करके खुद मोटा मुनाफा कमाते हैं पर जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं। ये दुकानदार आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी कर महँगाई बढ़ाते हैं। मिलावट एवं जमाखोरी रोकने का दायित्व जिन अधिकारियों पर है, वे आँखें बंद किए बैठे हैं।

कृपया इसे अपने समाचार पत्र में स्थान दें, ताकि सरकार एवं अधिकारी इसे रोकने की दिशा में प्रयास करें।

धन्यवाद

भवदीय

कृतज्ञ वर्मा

24. आपके मुहल्ले को शहर से जोड़ने वाली सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो. गए हैं जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। इस ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए किसी दैनिक समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए।

उत्तरः

A 120/4

सेक्टर 19, द्वारका

दिल्ली 18 अगस्त, 20XX

संपादक महोदय

दैनिक जागरण

एफ-62-63, सेक्टर 62

गौतमबुद्ध नगर (उ. प्र.)

विषय-सड़क के गड्ढों के संबंध में।

महोदय

आपके सम्मानित एवं लोकप्रिय पत्र के माध्यम से मैं सरकार का ध्यान सड़क पर हुए उन गड्ढों की ओर ले जाना चाहता हूँ जो दुर्घटना का कारण बन रहे हैं।

हमारे मुहल्ले से रिंग रोड को जोड़ने वाली सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। ये गड्ढे एक-दो नहीं बल्कि हज़ारों की संख्या में हैं। इनके कारण सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है। बरसात के दिनों में इनमें पानी भर जाने से स्थिति और भी खराब हो जाती है। यहाँ आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। स्थानीय नेता इस समस्या को अनदेखा किए बैठे हैं।

आपसे प्रार्थना है कि आप इसे अपने समाचार पत्र में छापने का कष्ट करें, ताकि संबंधित अधिकारियों का ध्यान इस ओर जाए और वे इसे सुधारने हेतु कदम उठाएँ।

सधन्यवाद

भवदीय

गजराज सिंह

25. आपने देखा कि आपके शहर की मुख्य सड़क पर लगी लाइटें खराब हो चुकी हैं। इस कारण रात में सड़क पर अँधेरा रहता है। इस ओर ध्यान आकर्षित कराने हेतु किसी समाचार संपादक को पत्र लिखिए।

उत्तरः

बी-124/4

गली नं. 5, संतनगर

दिल्ली

14 दिसंबर, 20XX

संपादक महोदय

पंजाब केसरी

वजीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया

रिंग रोड, दिल्ली।

विषय-रिंग रोड पर लगी लाइटों के खराब होने के संबंध में।

महोदय

आपके सम्मानित एवं लोकप्रिय पत्र के माध्यम से मैं लोक निर्माण विभाग (सड़क) के अधिकारियों का ध्यान खराब पड़ी लाइटों की ओर ले जाना चाहता हूँ।

रिंग रोड पर लोगों के सुचारु आवागमन हेतु लाइटें लगवाई गई थीं, पर इनकी मरम्मत पर ध्यान न दिए जाने से ये लाइटें कब की खराब हो चुकी हैं। इससे इस मुख्य सड़क पर अँधेरा बना रहता है। यह अँधेरा लूटपाट और दुर्घटना का कारण बन रहा है। जिन अधिकारियों पर इसकी देख-रेख का जिम्मा हैं, वे उदासीन बने बैठे हैं।

आपसे प्रार्थना है कि इसे अपने समाचार पत्र में छापने का कष्ट करें ताकि संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी इस ओर ध्यान दें और इनकी मरम्मत हेतु आवश्यक कदम उठाएँ।

सधन्यवाद, भवदीय

कृपा शंकर वर्मा

(5) आवेदन पत्र ( नौकरी आदि के लिए) का प्रारूप

CBSE Class 9 Hindi A पत्र लेखन 7

CBSE Class 9 Hindi A पत्र लेखन 8

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