आपने भी अपने जीवन में कभी यात्रा की होगी, उस यात्रा- अनुभव को अपने शब्दों में लिखिए।
Wrong answers will be reported. Be careful
Answers
Answer:
ग्रीष्मावकाश में इस बार मैंने अपने माता-पिता, बहन और दो मित्रों के साथ देहरादून घूमने जाने की योजना बनाई । सबको मेरा प्रस्ताव पसंद आया और हम सब 24 मई को अपनी गाड़ी में बैठकर प्रात: 4 बजे देहरादून के लिए रवाना हुए। अभी गाड़ी 25-30 किमी 0 ही चली थी कि अचानक वह घरघराकर रूक गई l
पिछले दिनों घरवालों के साथ हिमाचल प्रदेश की यात्रा करने का मौका मिला। हमने दिल्ली से कालकाजी स्टेशन तक की ट्रेन पकड़ी। इसके बाद टूर और ट्रैवल वालों की कार से आगे का सफर तय किया। हम सबसे पहले शिमला गए। 7 घंटों का ये सफर पहाड़ी रास्तों को देखते और खूबसूरत वादियों में खोए हुए कट गया। रात 3 बजे शिमला के होटल में पहुंचे। सुबह उठते ही घूमने का प्लान बना और फिर से यात्रा शुरू हुई। शिमला के बाद सोलन में एक रिश्तेदार के घर गए। वहां उन्होंने पहाड़ी जन—जीवन के बारे में काफी जानकारी दी। उनकी बातों से लगा कि पहाड़ों का जीवन बेहद कठिन होता है। सोलन के बाद हमने कार से मनाली तक का सफर तय किया। बर्फ के पहाड़ों के बीच मनाली एक बेहद खूबसूरत शहर है। मनाली में सोलंगनाल जाना और एडवेंचर का हिस्सा बनना मजेदार था।