आपने भी अपनेजीवन में कभी यात्रा की होगी , उस यात्रा - अनभुव को अपने शब्दों में लिखिए |
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Answer:
I have gone to Delhi and there in the train I love the show of nature and that time I thought that I am Ina a park which is full of flowers and butterfly and the smell of those flowers hmmm took nice and the breakfast of the train is also good I like that scene
Explanation:
i hope my answer help you
Arisha
class 6th
Explanation:
सितंबर का महीना था और हमारी यात्रा के दिन
निकट आ चुकी थी पिताजी भी आज का सारा ऑफिस का काम करके घर आ रहे थे माॅ बाजार
गई थी यात्रा के दौरान जरूरी सामान लेने के लिए
और रात के खाने की सामग्री लाने
अगली सुबह हो गई हम लोग यात्रा के लिए पूरी
तरह से तैयार है मैं बहुत ज्यादा खुश था क्योंकि
मुझे पता बताया नहीं गया था कि हम किधर जा
रहे हैं यही बात मुझे उत्साहित कर रहे थे हम लोग एक फ्लैट फॉर्म नंबर 3 पर पहुंचे हम लोग अपनी ट्रेन से 15 मिनट पहले पहुंचे हुए थे पिताजी ने सामग्री स्टोर से खाने पीने की सामान ले ली हम लोग संपूर्ण तरह से तैयार हैं और हमारी ट्रेन तेज ध्वनि करते हुए आ गई माता पिता जी ने मेरा हाथ पकड़ के पीछे खींच लिया कहीं में ट्रेन पास ज्यादा नजदीक ना जाऊं ट्रेन अपनी जगह स्थिर हो गए फिर अचानक एक ब एक भिर भी उत्पन्न हो गई पिताजी और माताजी ने मेरा हाथ पकड़ा हुआ था फिर हम लोग ट्रेन में चढ गऍ और अपनी सीट पर बैठ गए अगली सुबह हुई और हम लोग जम्मू कश्मीर पहुंचे हुए थे फिर मुझे याद आया कि 3 महीने पहले पिताजी की जब प्रमोशन हुई थी तब माताजी और पिताजी ने किया योजना बनाया था कि हम सब वैष्णो देवी जाएंगे वहां का दृश्य अद्भुत था मूजवानी बताया नहीं जाता कहां तक पहुंचते ही मन खुशहाल हो गया था सारे लोग एक ही शब्द का रट लगाए हुए थे जय माता दी यह मेरे जीवन का सबसे अद्भुत और यादगार था और वहां पर जैसे ही रात होती तो पालकी निकलती इसे देखकर भक्तों की भक्ति में अटूट विश्वास पैदा हो जाता है हम लोग अगली सुबह बिना चप्पल जूते के चढ़ाई शुरू की है चाहे किसी के पैरों में कितनाभी तकलीफ हो उसके जुबान पर जय माता दी का शब्द था ही हम लोग को एक दिन अगली सुबह हम लोग माता रानी के मंदिर में थे हम लोगों ने दर्शन किए भैरवनाथ की भी दर्शन की और माता रानी का नाम लेते आशीर्वाद लेते हम लोग अपनी यात्रा संपूर्ण करते घर लौट आए हम लोगों ने जो जो प्रसादी ली थी सब अपने पड़ोसियों रिश्तेदारों में बराबर से बांट दी और सब को वैष्णो देवी की तस्वीरें भी भेजें मैंने अपने दोस्तों में पार्टी और मेरे दोस्त यह जानकर प्रसादी पाकर बहुत खुश थे
age 5 to 14
21 to -
अब चारों दोस्तों में यह योजना बने थे कि हम लोग शिमला जाएंगे और हम लोगों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी मैंने अपनी सारी जरूरी सामान ले लिया था और अपने माता-पिता को पहले से बारे में बता दिया था हम लोग चेन्नई जाने का योजना बनाया था हम लोगों ने प्लेन बुकिंग किया था हम लोग तैयार था अब नहीं आता है हम लोग रवाना हो हो गए और चेन्नई की रोचक जगह के बारे में जानना शुरू की हम लोगों ने हर एक जगह का भ्रमण करना शुरू किया हमारी योजना एक-दो दिन की ही थी पर ऐसा कुछ महसूस नहीं हो रहा था हम लोगों ने वहां पर कई तरह की भोजन की मरीना बीच पर गए हम लोगों लौट के घर वापस आ गए क्योंकि मैं आज थक गया हूं बोल बोल अब नहीं आगे लिखूंगा इतना दिमाग लगा सकते लगा दिया ऊपरवाला में और कोई और दिन पूरा आंसर लिख लूंगा byeमैं भी इंसान हूं भाई