आपने चाचा जी को पत्र likhker uus ghatna ka varnan kijiye jisme हेलमेट ना pahan ne ke करण durghatna हो सकता है मैं आपको bahut चोट लगी
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चाचाजी को दुर्घटना से अवगत कराते हुए पत्र
दिनांक – 8 अगस्त 2019
आदरणीय चाचाजी,
सादर चरण स्पर्श
मैं यहां पर कुशल मंगल से तो नहीं हूं, लेकिन आपकी कुशलता की कामना करता हूं। दरअसल पिछले दोनों मेरे साथ एक दुर्घटना घटित हो गई। मैं घर से मोटरसाईकिल पर किसी जगह जाने के लिए निकला। जल्दबाजी में मैं घर से हेलमेट लेना भूल गया। जब मैंने मोटरसाईकिल स्टार्ट करी तब मुझे ध्यान आया। अब मैंने सोचा कि थोड़ी दूर ही जाना है ऐसे ही चले चलते हैं। इसलिए मैं वापस घर पर हेलमेट लेने नही गया और बिना हेलमेट के ही मोटरसाइकिल चलाने लगा। दुर्भाग्यवश मेरी मोटर साईकिल थोड़ी दूर बाद ही एक वाहन से टकरा गई और मैं सड़क पर गिर गया। मेरे सर पर जबरदस्त चोट आई है। मेरे सिर में 12 टांके लगे हैं और डॉक्टर ने कम से कम 15 दिन आराम करने के लिए कहा है। शुक्र है भगवान का कि मेरी जान बच गयी।
मुझे उस घड़ी का बड़ा अफसोस हो रहा है जब मैं जरा सी लापरवाही के कारण हेलमेट पहनना भूल गया। काश मैंने लापरवाही नही की होती और हेलमेट पहनकर घर से निकलता। मैंने यह सबक लिया हमें चाहे थोड़ी दूर जाना हो या लंबी दूरी पर जाना हो। किसी भी दुपहिया वाहन पर सवारी करते समय हेलमेट जरूर पहनना चाहिये। पता नही कब दुर्घटना हो जाये। मैंने आपको भी अक्सर देखा है कि आप मोटरसाईकिल चलाते समय पर हेलमेट पहनना भूल जाते हैं। इसलिए मैं आपसे प्रार्थना करता हूं कि आप मेरी तरह लापरवाही ना करें। शेष घर में यहां सब कुशल हैं और आप के यहां भी सब लोग कुशल मंगल होंगे, ऐसी कामना के साथ समाप्त करता हूं।
आपका भतीजा...
उन्मुक्त चंद
हौज खास, दिल्ली