History, asked by amitkewat9, 1 year ago

आरंभिक वैदिक काल में, वर्ण व्यवस्था किस पर आधारित था? ? a) शिक्षा
b) जन्म
c) व्यवसाय
d) प्रतिभा​

Answers

Answered by teelu131
4

Answer:

b

Explanation:

जिस कुल में पैदा होते थे या जिस जाती में पैदा होते थे या जो काम करते थे उसी के अनुसार वर्ण व्यस्ता थी

Answered by Priatouri
3

Answer:

विकल्प B, जन्म सही उत्तर है I

Explanation:

ऋग्वैदिक काल में किसी भी व्यक्ति का वर्ण जन्म के आधार पर सिद्ध होता था I वर्ण व्यवस्था का जन्म ऋग्वैदिक काल से ही देखा जाता है I इस काल में संकलित किए गए ऋग्वेद के मंडल 10 में हमें वर्ण व्यवस्था के बारे में पता चलता है I जिसमें ब्राह्मण को किसी अद्भुत मानव के सर, क्षत्रिय को उसकी बोहें, वैश्य को उसकी जिंघा तथा शूद्रों को उनके पैर से दर्शाया गया है I

ऋग्वैदिक काल में यह प्रथा लचीली थी किंतु उत्तर वैदिक काल में यह प्रथा बहुत कठोर हो गई थी I

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