आरक्षण की मांग के कारण देश का चक्का जाम है स्कूल की छुट्टियां कर दी गई है इस विषय पर संवाद
Answers
आरक्षण की मांग कारण चक्का जाम होने पर स्कूल की छुट्टी होने पर दो छात्रों के बीच संवाद
राज — राहुल, तुम कहाँ जा रहे हो मैं तो तुमसे मिलने ही आया था।
राहुल — और मैं तुम्हारे घर आने के लिये निकला था, चलो अच्छा हुआ कि तुम खुद आ गये।
राज — मैं तुम्हें ये बताने आया था कि आज स्कूल नही जाना है।
राहुल — हाँ, मुझे अभी पता चला, मैं तुमसे कन्फर्म करने के लिये तुम्हारे पास आ रहा था।
राज — मैं तो तैयार हो गया था कि मेरी स्कूल की वैन वाले का फोन आया कि आज वो नही आयेगा और आज स्कूल की छुट्टी कर दी गयी है। मैं तो तुम्हें बताने के लिये आया था कि शायद तुम्हें नही मालूम हो।
राहुल — हाँ, पर सुबह ही टीवी पर समाचार से मालुम पड़ गया था कि शहर में किसी आंदोलन के कारण उस सड़क का चक्का जाम कर दिया जिस पर अपना स्कूल पड़ता है, तो मुझे स्कूल की छुट्टी की आशंका लगी इसलिये मैं तुम्हारे पास आ रहा था कि शायद तुम्हारे पास कुछ जानकारी हो।
राज — मैं भी तुम्हें फोन करके बताने वाला था पर सोचा तुम तो पास में ही रहते हो स्वयं तुम्हारे घर चल कर बता देता हूँ।
राहुल — अच्छा किया। वैसे ये जब तब होने वाले आंदोनलों के कारण जनता का बहुत नुकसान होता है और हम छात्रों की पढ़ाई का भी नुकसान होता है।
राज — दोस्त इन आंदोलनकर्ताओं को आम जनता की तकलीफ से कोई लेना-देना नही है।
राहुल — अगर इन्हे सरकार के प्रति कोई विरोध प्रदर्शन या आंदोलन आदि करना ही है तो उसे एक योजना बनाकर करना चाहिये ताकि आम जनता को कोई परेशानी न हो।
राज — आखिर ये आंदोलन जनता की समस्या का हल पाने के लिये किये जाते हैं, और जब इनसे जनता को ही परेशानी हो तो इसका कोई सार्थकता नही।
राहुल — तुम ठीक कह रहे हो।
राज — हम लोग बस उम्मीद ही कर सकते हैं, लोगों को कुछ समझ आये।
राहुल — आज छुट्टी है, तो चलो थोड़ी देर पार्क में खेलते है।
राज — चलो।