Political Science, asked by skhan490620, 10 months ago

आसियान का निष्कर्ष कैसे लिखें ?​

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Answered by adnanshaikh5214
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Answer:

I have biggggest answer

Explanation:

इंडोनेशिया मलेशिया फिलीपींस सिंगापुर थाईलैंड ब्रुनेई वियतनाम लाओस म्यांमार कंबोडिया

आसियान की उत्पत्ति

1967 - आसियान घोषणापत्र (बैंकॉक घोषणा) पर संस्थापक राष्ट्रों द्वारा हस्ताक्षर करने के साथ आसियान की स्थापना हुई।

आसियान के संस्थापक राष्ट्र हैं: इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर और थाईलैंड।

1990 के दशक में - वर्ष 1975 में वियतनाम युद्ध के अंत और वर्ष 1991 में शीत युद्ध के बाद क्षेत्र में बदलती परिस्थितियों के बाद सदस्यता दोगुनी हो गई।

ब्रुनेई (1984), वियतनाम (1995), लाओस और म्यांमार (1997), और कंबोडिया (1999) सदस्य राष्ट्रों में शामिल हुए।

1995 - दक्षिण पूर्व एशिया को परमाणु मुक्त क्षेत्र बनाने के लिये सदस्यों ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किये।

1997 - आसियान विजन 2020 को अपनाया गया।

2003 - आसियान समुदाय की स्थापना के लिये बाली कॉनकॉर्ड द्वितीय।

2007 - सेबू घोषणा, 2015 तक आसियान समुदाय की स्थापना में तेजी लाने के लिये।

2008 - आसियान चार्टर लागू हुआ और कानूनी रूप से बाध्यकारी समझौता हुआ।

2015 - आसियान समुदाय का शुभारंभ।

आसियान समुदाय में तीन स्तंभ शामिल हैं:

आसियान राजनीतिक-सुरक्षा समुदाय

आसियान आर्थिक समुदाय

आसियान सामाजिक-सांस्कृतिक समुदाय

उद्देश्य

दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के समृद्ध और शांतिपूर्ण समुदाय के लिये आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति तथा सांस्कृतिक विकास में तेजी लाने हेतु।

न्याय और कानून के शासन के लिये सम्मान तथा संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के पालन के माध्यम से क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बढ़ावा देना।

आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, तकनीकी, वैज्ञानिक और प्रशासनिक क्षेत्रों में सामान्य हित के मामलों पर सक्रिय सहयोग और पारस्परिक सहायता को बढ़ावा देना।

कृषि और उद्योगों के अधिक उपयोग, व्यापार विस्तार, परिवहन और संचार सुविधाओं में सुधार और लोगों के जीवन स्तर सुधार में अधिक प्रभावी ढंग से सहयोग करने के लिये।

दक्षिण पूर्व एशियाई अध्ययन को बढ़ावा देने के लिये।

मौज़ूदा अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठनों के साथ घनिष्ठ और लाभप्रद सहयोग बनाए रखने के लिये।

वर्ष1976 की दक्षिण पूर्व एशिया एमिटी और सहयोग संधि (TAC) में ASEAN के निम्नलिखित मूलभूत सिद्धांत सम्‍मिलित हैं:

स्वतंत्रता, संप्रभुता, समानता, क्षेत्रीय अखंडता और सभी देशों की राष्ट्रीय पहचान के लिये पारस्परिक सम्मान।

बाहरी हस्तक्षेप या जबरदस्ती से मुक्त अपने राष्ट्रीय अस्तित्व का नेतृत्व करने का प्रत्येक राष्ट्र का अधिकार।

एक-दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना।

शांतिपूर्ण तरीके से मतभेद या विवादों का निपटारा।

शक्ति उपयोग अथवा उपयोग करने की चेतावनी का त्याग।

आपस में प्रभावी सहयोग।

संस्था तंत्र

सदस्य देशों के अंग्रेजी नामों के वर्णानुक्रम के आधार पर आसियान की अध्यक्षता प्रतिवर्ष परिवर्तित होती है।

आसियान शिखर सम्मेलन: आसियान की सर्वोच्च नीति बनाने वाली संस्था, शिखर सम्मेलन, आसियान की नीतियों और उद्देश्यों के लिये दिशा निर्धारित करती है। चार्टर के तहत शिखर सम्मेलन एक वर्ष में दो बार होता है।

आसियान मंत्रालयिक परिषद: शिखर सम्मेलन को समर्थन देने के लिये चार महत्वपूर्ण नए मंत्रालयिक निकाय स्थापित किये गए हैं।

आसियान समन्वय परिषद (एसीसी)

आसियान राजनीतिक-सुरक्षा समुदाय परिषद

आसियान आर्थिक समुदाय परिषद

आसियान सामाजिक-सांस्कृतिक समुदाय परिषद

निर्णय लेना: आसियान में निर्णय लेने का प्राथमिक तरीका परामर्श और सहमति है।

हालाँकि, चार्टर आसियान-X के सिद्धांत को सुनिश्चित करता है - इसका अर्थ है कि यदि सभी सदस्य राष्ट्र सहमति में हैं, तो भागीदारी के लिये एक सूत्र का उपयोग किया जा सकता है ताकि जो सदस्य तैयार हों वे आगे बढ़ सकें जबकि वे सदस्य जिन्हें कार्यान्वयन के लिये अधिक समय की आवश्यकता हो एक समय-रेखा लागू कर सकते हैं।

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