आसमान में जगमगाते तारे सुखिया के पिता को अंगारों से क्यों प्रतीत हो रहे थे
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it is correct answer ::-
आसमान में जगमगाते हुए तारे सुखिया के पिता को अंगारों में इस लेते हैं क्योंकि बुरे लोगों की नजर में अगर औरों के लिए कुछ बुरा दिखता है तो उनको अच्छा भी बुरा लगने लगता है इससे उनकी बेचैनी बढ़ने के कारण सुखिया के पिता को तारे अंगारों के रूप में दिखे थे धन्यवाद यह है आपका स्पष्ट करा
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आसमान में जगमगाते तारे सुखिया के पिता को अंगारों से क्यों प्रतीत हो रहे थे?
आसमान में जगमगाते तारे सुखिया के पिता को अंगारों से प्रतीत इसलिए हो रहे थे क्योंकि उसकी बेटी सुखिया बेहद बीमार थी। सुखिया की बीमारी के कारण सुखिया के पिता के मन में घोर निराशा छा गई थी। उसे कुछ भी उपाय नहीं सूझ रहा था।
उसे चारों तरफ अंधकार की छाया दिखने लगी थी। सुखिया के पिता को यह लगने लगा था कि यह अंधेरा उसकी बेटी को निगलने चला आ रहा है। इसी परेशानी की स्थिति में जब वो खुले आकाश की ओर देखता था, उसे आसमान के तारे जलते हुए अंगारे की तरह लगने लगे थे। उसकी बेटी सुखिया के ज्वर के कारण उसकी आँखों की तरह लाल हो गयी थीं। आसमान के तारों के देखकर उसके अपनी बेटी की बीमारी याद आ जाती थी।
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