* आश्रम व्यवस्था से आप क्या समझते हैं ? क्या आपके विचार से आश्रम व्यवस्था उपयुक्त है ?
Answers
Answered by
0
Answer:
जैसा पहले लिखा गया है, प्रथम तीन आश्रमों ओर उनके कर्त्तव्यों के पालन के पश्चात् ही मनु संन्यास की व्यवस्था करते हैं: एक आश्रम से दूसरे आश्रम में जाकर, जितेंद्रिय हो, भिक्षा (ब्रह्मचर्य), बलिवैश्वदेव (गार्हस्थ्य तथा वानप्रस्थ) आदि से विश्राम पाकर जो संन्यास ग्रहण करता है वह मृत्यु के उपरांत मोक्ष प्राप्त कर अपनी ( ...
Similar questions