आश्य लिखे..
है खटकता एक सबकी आँख में,
दूसरा है सोहता सुर शीश पर।
Answers
Answered by
2
यह पद्यांश कविता फूल और कांटे से लिया गया है .इस पद्यांश मैं कवि फूल और कांटे के बीच का अंतर बताना चाह रहा है उसने लिखा है कि एक और कांटे सबकी आंखों में खटक ते हैं अर्थात कांटी किसी को भी नहीं अच्छे लगते है और दूसरी तरफ फूलों की और लोग कितने चले आते हैं .
फूल और कांटे दोनों एक ही पौधे पर उगते हैं पर फूल लोगों को बहुत अच्छे लगते हैं और कांटे बहुत खराब और इसलिए कुल कांटो के काम नहीं आते अर्थात हमारा स्वभाव लोगों को हमारे कुल से नहीं बल्कि हमारे कर्मों से पसंद आते हैं .
Similar questions