आश्य स्पष्ट कीजीए।
हम स्वय बंदे थे और स्वये हम आपने बंधन तोड़ चले
Answers
Answer:
sorry for that I didn't understand what you mean
Explanation:
really sorry for that
प्रश्न= आश्य स्पष्ट कीजीए।
हम स्वय बंदे थे और स्वये हम आपने बंधन तोड़ चले⤵
उत्तर⤵
यह बात तो सभी जानते हैं कि हमारा भारत बंदी बना हुआ था और 15 अगस्त को हमारा भारत बंधन तोड़ के बंधन से आजाद हुआ था लेकिन आपने तो हिम्मत 15 अगस्त को दिखाएं उसे पहले में दिखा सकते थे लेकिन आप सोचते थे आप डरते थे आप हिम्मत नहीं दिखाते थे आपने अपने अंदर की हिम्मत तो को बाहर नहीं ला पा रहे थे बस में नहीं बताना चाह रही हूं अंदर के हिम्मत को 15 अगस्त के पहले निकालना चाहिए था तो हमें हमारा भारत 15 अगस्त से पहले बंधन तोड़ चलता आपने हिम्मत 15 अगस्त के पहले नहीं दिखाई इसका मतलब हम स्वयं बंधे थे और स्वयं हम अपना बंधन तोड़ चले 15 अगस्त को आंखें तो हिम्मत है जितने दिन बाद अब निकाल दीजिए मुश्किल में है कि परेशानी में है आप यह मत सोचिए कि हमारे साथ कितने लोग खड़े हैं हमारे साथ एक भी नहीं हम अकेले हैं नहीं तो अकेला आदमी सबसे ताकतवर होता है बस अपने अंदर हिम्मत को निकालना है अगर आप अपने अंदर की हिम्मत को बाहर निकाल लेंगे तो आपको स्वयं भगवान आपके सामने देखेंगे देखेंगे कि आपके साथ भगवान भी आपकी लड़ाई में आपका साथ दे रहे हैं आपको विजय दिला रहे हैंI अगर आप अपने अंदर की हिम्मत को बाहर निकालते तो आप 15 अगस्त के पहले ही अपने देश को आजाद करा लेते हैंI
यह बात तो सभी जानते हैं कि हमारा भारत बंदी बना हुआ था और 15 अगस्त को हमारा भारत बंधन तोड़ के बंधन से आजाद हुआ था लेकिन आपने तो हिम्मत 15 अगस्त को दिखाएं उसे पहले में दिखा सकते थे लेकिन आप सोचते थे आप डरते थे आप हिम्मत नहीं दिखाते थे आपने अपने अंदर की हिम्मत तो को बाहर नहीं ला पा रहे थे बस में नहीं बताना चाह रही हूं अंदर के हिम्मत को 15 अगस्त के पहले निकालना चाहिए था तो हमें हमारा भारत 15 अगस्त से पहले बंधन तोड़ चलता आपने हिम्मत 15 अगस्त के पहले नहीं दिखाई इसका मतलब हम स्वयं बंधे थे और स्वयं हम अपना बंधन तोड़ चले 15 अगस्त को आंखें तो हिम्मत है जितने दिन बाद अब निकाल दीजिए मुश्किल में है कि परेशानी में है आप यह मत सोचिए कि हमारे साथ कितने लोग खड़े हैं हमारे साथ एक भी नहीं हम अकेले हैं नहीं तो अकेला आदमी सबसे ताकतवर होता है बस अपने अंदर हिम्मत को निकालना है अगर आप अपने अंदर की हिम्मत को बाहर निकाल लेंगे तो आपको स्वयं भगवान आपके सामने देखेंगे देखेंगे कि आपके साथ भगवान भी आपकी लड़ाई में आपका साथ दे रहे हैं आपको विजय दिला रहे हैंI अगर आप अपने अंदर की हिम्मत को बाहर निकालते तो आप 15 अगस्त के पहले ही अपने देश को आजाद करा लेते हैंI जय हिंद जय भारत
यह बात तो सभी जानते हैं कि हमारा भारत बंदी बना हुआ था और 15 अगस्त को हमारा भारत बंधन तोड़ के बंधन से आजाद हुआ था लेकिन आपने तो हिम्मत 15 अगस्त को दिखाएं उसे पहले में दिखा सकते थे लेकिन आप सोचते थे आप डरते थे आप हिम्मत नहीं दिखाते थे आपने अपने अंदर की हिम्मत तो को बाहर नहीं ला पा रहे थे बस में नहीं बताना चाह रही हूं अंदर के हिम्मत को 15 अगस्त के पहले निकालना चाहिए था तो हमें हमारा भारत 15 अगस्त से पहले बंधन तोड़ चलता आपने हिम्मत 15 अगस्त के पहले नहीं दिखाई इसका मतलब हम स्वयं बंधे थे और स्वयं हम अपना बंधन तोड़ चले 15 अगस्त को आंखें तो हिम्मत है जितने दिन बाद अब निकाल दीजिए मुश्किल में है कि परेशानी में है आप यह मत सोचिए कि हमारे साथ कितने लोग खड़े हैं हमारे साथ एक भी नहीं हम अकेले हैं नहीं तो अकेला आदमी सबसे ताकतवर होता है बस अपने अंदर हिम्मत को निकालना है अगर आप अपने अंदर की हिम्मत को बाहर निकाल लेंगे तो आपको स्वयं भगवान आपके सामने देखेंगे देखेंगे कि आपके साथ भगवान भी आपकी लड़ाई में आपका साथ दे रहे हैं आपको विजय दिला रहे हैंI अगर आप अपने अंदर की हिम्मत को बाहर निकालते तो आप 15 अगस्त के पहले ही अपने देश को आजाद करा लेते हैंI जय हिंद जय भारत धन्यवाद उम्मीद है आप समझ गए होंगे