Hindi, asked by sonalpriyanka3211, 9 months ago

आशय रपषट कीजीए . दुष्ट दूत परमशर
मारे.

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Answered by Vikramjeeth
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Answer:

इन पंक्तियों का आशय यह है कि दुष्ट व्यक्ति कभी भी दूसरे लोगों का भला नहीं कर सकते हर वक्त दूसरे लोगों की बुराई के लिए ही सोचते रहते हैं

Explanation:

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