आशय स्पष्ट कीजिए
1. पर जो कपड़े नहीं सिएगा
सपने भी नहीं देख सकेगा।
सुई की चमकीली नोक पर
टिकी है आजादी।
please give correct answer
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Success usually comes to those who are too busy to be looking for it."
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उत्तर- इसमें कवि ने कर्म के महत्त्व पर बल दिया है। कवि
कहता है कि जो कर्म नहीं करेगा; कर्मरूपी कपड़ों को सीकर
नहीं जोड़ेगा वह कभी भी आजाद नहीं रह सकता। आजादी सुई
की चमकीली नोक के समान तीखी, तेज और नुकीली है जिसे
वही पा सकेगा जो कर्म करेगा। कर्महीन व्यक्ति का जीवन व्यर्थ
होता है क्योंकि उसके जीवन का कोई लक्ष्य नहीं हैं।
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