आशय स्पष्ट कीजिए किंतु मौत तो अपनी और सबका ध्यान खींच कर ही रहती है
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जोशना ठंडा होने पाए कदम मिलाकर चल मंजिल तेरे पग चूमेगी आज नहीं तो कल सब की ताकत सब की मेहनत सब की हिम्मत है सबकी इज्जत सबकी दौलत सबकी किस्मत एक फूल बिछे गणित राहों में राह बनाता चल मंजिल तेरे पग चूमेगी आज नहीं तो कल सबकी तुलसी सब की मीरा सबकी सुर कबीरा सबके मंदिर सबके मस्जिद सबका है गुरुद्वारा संदर्भ सहित व्याख्या कीजिएजोशना ठंडा होने पाए कदम मिलाकर चल मंजिल तेरे पग चूमेगी आज नहीं तो कल सब की ताकत सब की मेहनत सब की हिम्मत है सबकी इज्जत सबकी दौलत सबकी किस्मत एक फूल बिछे गणित राहों में राह बनाता चल मंजिल तेरे पग चूमेगी आज नहीं तो कल सबकी तुलसी सब की मीरा सबकी सुर कबीरा सबके मंदिर सबके मस्जिद सबका है गुरुद्वारा संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए
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