Hindi, asked by sarmasanjib11, 7 months ago

आशय स्पष्ट करो अपने प्राणों का इतना मुंह है दूसरों के प्राणों का नहीं​

Answers

Answered by serin16
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Answer:

अपने प्राणों का इतना मुंह है दूसरों के प्राणों का नहीं ::--

स्वार्थ वस किसी के प्राणों की परवाह न करते हुए दुसरों को परेशानी में डालना |

Explanation:

hope it will help you

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Answered by ammu413
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अपने प्राण का मोह सभी को है पर दूसरों के प्राणो का नहीं इसका अर्थ है जब भी खुद का जीवन दावँ पर लगता है तो मानव पहले अपनी जान की रक्षा करता है तब वह किसी और के बारे में नहि सोचता
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