आशय स्पष्ट करो-"दूध भरे जुंडी के दाने,रुचि से,रस से खा लेती है।“
Of chapter वह चिड़िया जो can u help me please
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Explanation:tti
आशय स्पष्ट करो-"दूध भरे जुंडी के दाने,रुचि से,रस से खा लेती है।"
"दूध भरे जुंडी के दाने,रुचि से,रस से खा लेती है।" इस पंक्ति का आशय ये है कि चिड़िया अत्यन्त संतोषी स्वभाव की है। क्योंकि उसे जो दाने मिलते हैं वो उस में ही संतुष्ट हो जाती है।
व्याख्या :
‘वह चिड़िया जो’ पाठ में कवि ने एक चिड़िया का वर्णन करते हुए कहा है कि वह चिड़िया जिसे अन्न से बहुत प्यार है। वह चिड़िया रुचि से दूध भरे जुंडी के दाने खाती है। चिड़िया संतोषी स्वभाव की है क्योंकि वो थोड़े से दोनों में ही संतुष्ट हो जाती है। उस चिड़िया के पंख नीले हैं। वह चिड़िया अपने बूढ़े वन बाबा के लिए गाना गाती है। चिड़िया को नदी से भी बहुत प्यार है। चिड़िया जल से भरी नदी के बीच पानी की बूंदों को अपनी चोंच में भर कर लाती है, इसी कारण कवि ने चिड़िया को साहसी और गर्वीली भी कहा है।
#SPJ3
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कुछ और जानें :
चढी नदी का दिल टटोलकर जल का मोती ले जाती हैं। इस पंक्ति का आशय स्पष्ट करें। (पाठ 'वह चिड़िया जो' कक्षा - 6, वसंत भाग-2)
https://brainly.in/question/43873197
वह चिड़िया एक अलार्म घड़ी थी पाठ के आधार पर बताइए कि चिड़िया अगर बोल पाती तो लेखक से क्या कहती? चिड़िया और लेखक के बीच एक ऐसा काल्पनिक संवाद लिखिए-
https://brainly.in/question/42420544