आत्मदुर्व्यवहारस्य
what is the meaning of this in Sanskrit pls tell me the answer in hindi
Answers
Answered by
2
Answer:
ए प्रैक्टिकल इंग्लिश - संस्कृत डिक्शनरी पहले खण्ड के आमुख में नादी - पाठ उसे मैं प्रणाम करता हूं जो समस्त जन्म-मृत्यु का कारण और जन्मान्तरों में समस्त सृष्टि का स्रोत है, जिसकी शक्ति अकल्पनीय है, जिसकी सृष्टि यह विश्व है, जो उसीकी कृपा से जगमगाती है, जिसका अस्तित्व इन्द्रियगम्य नहीं है लेकिन जिसकी सृष्टि का रहस्य स्पष्ट होते हुए भी बुद्धिगम्य नहीं है।
Answered by
6
Answer:
An ancient Indo-europen language of India
Similar questions
Physics,
1 month ago
Science,
1 month ago
Computer Science,
1 month ago
Art,
2 months ago
Computer Science,
2 months ago
Art,
9 months ago
English,
9 months ago