aatankwad par nibhand in hindi
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आतंकवाद
गैर कानूनी तरीके से आम लोगों को डराना एवम् उनपर जबरन हिंसा करना , आतंक फैलाने को आतंकवाद बोला जाता है । लोगों का समूह जो आतंकवाद का समर्थन करते हैं उन्हें आतंकवादी कहते हैं।
पूरे विश्व के लिये आतंकवाद एक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समस्या बन चुका है। ये एक वैश्विक समस्या है जिसने लगभग सभी राष्ट्रों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से प्रभावित किया हुआ है। कुछ लोगों द्वारा इसका समर्थन होने के कारण ही इससे पूरी तरह निजात पाने में समस्या आ रही है ।
हमारे देश भारत के लिए भी आतंकवाद एक गंभीर समस्या है । जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख आतंकी संगठन हैं जिनसे भारत को इस समय सबसे अत्यधिक खतरा है ।
भारत में मुख्य रूप से चार प्रकार के आतंकवाद हैं। इसमें धार्मिक आतंकवाद, नार्को आतंकवाद, वामपंथी आतंकवाद और एथनो-राष्ट्रवादी आतंकवाद शामिल हैं। आतंकवादी स्वयं काे बहादुर सैनिक बोलते हैं परंतु ऐसा कुछ भी नहीं है , अपनी माँगें पूरी करवाने हेतु मासूम लोगों पर हिंसा करना बहादुरी कदापि नहीं हो सकती ।
देश की सुरक्षा के लिए न जाने कितने सैनिक जान गवाते आए हैं और न जाने कबतक गवाएँगे । आतंकवाद विरोधी एजेंसियों और उनकी उच्च रणनीतियों के गठन के बावजूद भी , आतंकवादी समूह अभी भी आतंकवादी गतिविधियों को पूरा करने में सफल हैं।आतंकवादी गतिविधियों के लिए उचित रणनीतिक प्रतिक्रिया के अभाव, आतंकवादी संगठनो को निडरता से ऐसी गतिविधियों को करने के लिए प्रोत्साहन मिलता है।
आतंकवाद दो शब्दों से मिलकर बना होता है – आतंक+वाद। आतंक का अर्थ होता है – भय या डर और वाद का अर्थ होता है – पद्धति। आतंकवाद शब्द आतंक से बनता है। समाज को अपने कुकृत्यों से भयभीत कर देना आतंकवाद कहलाता है। जो उन्हें भयभीत करते हैं वो आतंकवादी कहलाते हैं।
आतंकवादियों का केवल एक ही उद्देश्य होता है सरकार और देश के लोगों में भय उत्पन्न करके अपनी अनुचित बातों को मनवाना। आतंकवादियों का कोई देश, धर्म तथा जाति नहीं होते हैं। आतंकवादी भोले-भले बच्चों, स्त्रियों, बूढों और जवानों की बहुत ही बेरहमी से हत्या कर देते हैं। कानूनी व्यवस्था को ताक पर रखकर आतंकवादी देश में आराजकता फैलाते हैं।
इनके कार्यों का विरोध करने वाले व्यक्तियों या उनके विरुद्ध कार्यवाई करने वाले अधिकारियों को हताहत करके भगा देते हैं जिससे आगे आने वाले उनका विरोध न कर सकें। वे ऐसा करने के बाद किसी समुचित स्थान पर छिप जाते हैं। भारतवर्ष में इस तरह का आतंकवाद कई जगहों पर छाया हुआ है।
आतंकवाद दो प्रकार के होते हैं – राजनीतिक आतंकवाद और अपराधिक आतंकवाद। राजनीतिक आतंकवाद वह होता है जो अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए जनता में डर फैलाता है और अपराधिक आतंकवाद वह होता है जो अपहरण करके पैसे की मांग करता है।