आदमी उजड़ेंगे तो पेड़ जीवित रहकर क्या
करेंगे" से लेखक का क्या आशय है?
1 पर्यावरण प्रदूषण
2 मनुष्य और प्रकृति का संबंध
3 पेड़ों का अंधाधुंध कटान
Answers
सही जवाब है...
2. प्रकृति और मनुष्य का संबंध
स्पष्टीकरण:
आदमी उजड़ेंगे तो पेड़ जीवित रह कर क्या करेंगे से लेखक का आशय यह है कि प्रकृति और मनुष्य के बीच बहुत गहरा संबंध रहा है। यदि मनुष्य प्रकृति से तालमेल बिठाकर रहेगा तभी मनुष्य चैन से जी सकता है। प्रकृति से छेड़छाड़ करके मनुष्य स्वयं के लिए ही संकट पैदा करेगा। यदि मनुष्य दुखी होता है तो उसका असर प्रकृति पर पड़ता ही है। पेड़-पौधों ने मनुष्य का पालन पोषण किया है और उसकी सभ्यता को विकसित होने में योगदान दिया है। पेड़-पौधों को जो फल-फूल-अनाज-सब्जियां आदि उतपन्न होती हैं, वो मनुष्य के उपभोग के लिये ही होती हैं। यदि मनुष्य इनका उपभोग करने के जीवित नही रहेगा तो इन सबका कोई औचित्य नही है, और पेड़-पौधे भी महत्वहीन हो जायेंगे।
इस कारण पेड़ों पेड़ पौधों से मनुष्य का सदैव नाता रहा है, यदि मनुष्य ही नहीं रहेगा तो पेड़ पौधों का भी कोई महत्व नहीं रहेगा। यही कारण है कि आदमी के उजड़ने पर पेड़ पौधे जीवित रह कर क्या करेंगे।
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