Hindi, asked by amarjeetsinghkk757, 4 months ago

आदर्श विद्दार्थी , • विद्दार्थी का अर्थ , • आदर्श विद्दार्थी के लक्ष्ण / दिनचर्या , • आदर्श विद्दार्थी के गुण​

Answers

Answered by falguni93
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Answer:

1 - Aadarsh vidhyarthi

आदर्श विद्यार्थी वह है जो ज्ञान या विद्या की प्राप्ति को जीवन का पहला आदर्श मानता है। जिसे विद्या की चाह नहीं वह आदर्श विद्यार्थी नहीं हो सकता। यह विद्या ही है जो मनुष्य को नम्र, सहनशील और गुणवान बनाती है। विद्या की प्राप्ति से ही विद्यार्थी आगे चलकर योग्य नागरिक बन पाता है।

आदर्श विद्यार्थी को अच्छी पुस्तकों से प्रेम होता है। वह पुस्तक में बताई गई बातों को ध्यान में रखता है और अपने जीवन में उतार लेता है। वह अच्छे गुणों को अपनाता है और बुराइयों से दूर रहता है। उसके मित्र भी अच्‍छे सद्‍गुणों से युक्त होते हैं।

वह अपने गुरुजनों का सम्मान करता है। आदर्श विद्यार्थी अपने चरित्र को ऊंचा बनाने का प्रयास करता है। वह शिक्षकों तथा अभिभावकों की उचित सलाह को सुनकर उस पर अमल करता है।

2 - Vidhyarthi ka arth

विद्यार्थी वह व्यक्ति होता है जो कोई चीज सीख रहा होता है। विद्यार्थी दो शब्दों से बना होता है - "विद्या" + "अर्थी" जिसका अर्थ होता है 'विद्या चाहने वाला'। विद्यार्थी किसी भी आयुवर्ग का हो सकता है बालक, किशोर, युवा, या वयस्क।

3 - Aadarsh vidhyarthi ke lakshan / dincharya

अल्पहारी गृहत्यागी विद्यार्थी पंचलक्षणम्॥ अर्थात् (विद्यार्थी के पाँच लक्षण हैं- कौए की तरह चेष्टा (सब ओर दृष्टि, त्वरित निरीक्षण क्षमता), बगुले की तरह ध्यान, कुत्ते की तरह नींद (अल्प व्यवधान पर नींद छोड़कर उठ जाय), अल्पहारी (कम भोजन करने वाला), गृहत्यागी (अपने घर और माता-पिता का अधिक मोह न रखने वाला)।

4 - Aadarsh vidhyarthi ke gun

अच्छी पुस्तकें पढ़ना, समाचार पत्र पढ़ना, टेलीविज़न पर प्रसारित होने वाले ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों को देखना, अपने विषयों से सम्बन्धी उसकी जो भी जिज्ञासाएं हो, उन्हें जानने के लिए प्रयास करना, आदि गुण आदर्श विद्यार्थी में होते हैं.

Explanation:

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Answered by funnyfanda9643
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Explanation:

आदर्श विद्यार्थी वह है जो ज्ञान या विद्या की प्राप्ति को जीवन का पहला आदर्श मानता है। जिसे विद्या की चाह नहीं वह आदर्श विद्यार्थी नहीं हो सकता। यह विद्या ही है जो मनुष्य को नम्र, सहनशील और गुणवान बनाती है। विद्या की प्राप्ति से ही विद्यार्थी आगे चलकर योग्य नागरिक बन पाता है।

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