आठवीं कक्षा की प्रथम सत्रांत परीक्षा में अनुत्तीर्ण छोटे भाई को
आश्वासन और कुछ सूचनाएँ देते हुए पत्र लिखो।
Answers
पत्रलेखन
नूतन छात्रालय,
कसबा पेठ,
पुणे-४११ ०११
३० नवंबर, २०१२
प्रिय भाई अमर,
ढेर सारा आशीर्वाद।
आज ही माताजी का पत्र मिला है। उससे पता चला कि तुम प्रथम सत्रांत परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो गए हो। यह भी पता चला कि पिताजी ने तुम्हें खूब डाँटा है।
प्रिय अमर, एक समय था जब तुम अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होते थे। फिर अब तुम्हें क्या हो गया है ? मेरे विचार से तुम पढ़ाई की उपेक्षा कर खेल-कूद और टी.वी. देखने में अधिक दिलचस्पी लेने लगे, इसी का यह परिणाम है।
प्यारे भाई, खेल-कूद जरूरी है और टी.वी. देखना भी बुरा नहीं है। परंतु इन सबसे ज्यादा अच्छी तरह पढ़ाई करना जरूरी है। जीवन में पढ़ाई का बहुत महत्त्व है। इसलिए तुम समय का सदुपयोग करो और अच्छी तरह पढ़ाई करो। गणित और विज्ञान पर तम्हें विशेष ध्यान देना चाहिए। पढ़ाई में रुचि न रखनेवाले सहपाठियों की संगति से बचना जरूरी है। परीक्षा के समय टेलीविजन का आकर्षण भी छोड़ देना चाहिए।
आशा है, मेरी सलाह मानकर अब तुम ध्यान से पढ़ोगे और सफलता प्राप्त करोगे।
पिताजी, माताजी तथा बुआजी को मेरा प्रणाम।
तुम्हारा भाई,
समीर
Answer: आठवीं कक्षा की प्रथम सत्रांत परीक्षा में अनुत्तीर्ण छोटे भाई को आश्वासन देता हुआ पत्र
नवीन छात्रालय,
वाल्मीकि नगर
दिल्ली -800 010
10 सितम्बर , 2022
प्रिय भाई निखिल ,
ढेर सारा प्यार ।
आज ही माँ का पत्र मिला है। उससे पता चला कि तुम प्रथम सत्रांत परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो गए हो। यह भी पता चला कि पिताजी ने तुम्हें खूब डाँटा है और कुछ हफ़्तों के लिए तुम्हारा फ़ोन ले लिया है
प्रिय अनुज , एक समय था जब तुम काफी अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होते थे। फिर अब तुम्हें क्या हो गया है मेरे भाई ? मेरे विचार से तुम पढ़ाई की उपेक्षा कर के सोशल मीडिया और व्यर्थ के आदतों में अधिक दिलचस्पी लेने लग रहे हो जिसका यह निराशाजनक परिणाम है।
प्यारे भाई, मैं यह नहीं कह रहा तुम्हे फ़ोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए लेकिन इन सबसे ज्यादा अच्छी तरह पढ़ाई करना जरूरी है। जीवन में पढ़ाई का बहुत महत्त्व है। इसलिए तुम समय का सदुपयोग करो और अच्छी तरह पढ़ाई करो। गणित और विज्ञान पर तम्हें विशेष ध्यान देना चाहिए। पढ़ाई में रुचि न रखनेवाले सहपाठियों की संगति से बचना जरूरी है। परीक्षा के समय फ़ोन का आकर्षण भी छोड़ देना चाहिए।
आशा है कि तुम मेरी बातों पर गौर करोगे और खूब मन लगा कर पढाई करोगे।
पिताजी, माताजी तथा दादाजी को मेरा प्रणाम।
तुम्हारा भाई,
शुभम
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