"आधुनिक युग में मनोरंजन के साधन " इस विषय पर एक निबंध २०० शब्दों में लिखिए .
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मनुष्य सामाजिक प्राणी है। कर्म प्रधान दिनचर्या से थकने पर हल्कापन महसूस करने के लिए, मनोरंजन जीवन के लिए आवश्यक हो जाता है। मनोरंजन के अभाव में जीवन में नीरासता आ जाती है। नीरासता से छूटकारा पाने के लिए व्यक्ति दिल बहलाने के अनेक साधनों का उपयोग करता है, मनोरंजन से मन तो हल्का होता ही है। शरीर मे स्फुर्ति आती है और कार्य क्षमता में व्रद्धि होती है। पहले के समय मे आज जितने मनोरंजन के साधन है तब नही थे। फिर भी उनके साधन जो थे, उनका प्रयोग आज भी किया जाता है। जिसे घुड़सवारी, चौपाल, ढोलक, शतरंज और कई क्षेत्रीय संगीत से लोग अपना शौक पूरा कर लेते थे।स्वयं को तरो ताजा रखने के लिए मनुष्य मनोरंजन के नवीन साधनों का आविष्कार करने के साथ – साथ मनोरंजन के परम्परागत साधनों का आधुनिकीकरण भी कर रहा है। आज के युग मे मनोरंजन के असंख्य साधन उपलब्ध है, लेकिन ये सारे साधन जनसाधारण को सुलभ नहीं है। रेडियो, टेलीविजन और चित्रपट आज के श्रेष्ठ मनोरंजन के साधन है। लेकिन मनोरंजन के कुछ साधन तो घर की चारदीवारी में उपलब्ध है और अन्य के लिए घर से बाहर जाना पड़ता है।
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