Aathvin Dharti Ka Angan mahke Kavita ka bhavarth
Answers
Answered by
22
Answer:
From which chapter is this ????
Answered by
1
Answer:
इस कविता धरती का आँगन के माध्यम से कवि हमें समझाना चाहता है धरती हमारा आँगन है, हमारा जीवन है हम यंहा सबसे अच्छी ज़िन्दगी जी रहें है। धरती ने मनुष्य को प्रकर्ति दी है पेड़, फूल, नदियाँ,आदि दिया है। नदियाँ करोड़ों लोगों की प्यास बुझती हैं जो नदियां बहुत से जीवों और मनुष्यों का सहारा है।
Explanation:
mark as brainly and follwo me
Similar questions