आवधिक परीक्षा प्रश्नपत्र (प्रथम सत्र) (पाठ 1 से पाठ 9 तक) हा ज ad ਨ 1. रिक्त स्थान परकर वाक्य पूर्ण कीजिस- क) उर्दू भाषा की लिपि दायीं से बायीं ओर लिखी जाती है। ख) वर्गों का सार्थक समूह कहलाता है। ग) किसी भाषा के वर्णों को मुख से बोलना कहलाता है। घ) 'उज्जवल' का शुद्ध रूप है। ङ) शब्दों पर लिंग, वचन, कारक आदि का प्रभाव नहीं पड़ता है। 2. निर्देशानुसार लिखिए- क) 'मुट्ठी' का तत्सम - ख) 'प्रकाश' का एक पर्यायवाची ग) "शीत' का विलोम घ) 'कुल' का श्रुतिसम भिन्नार्थक 3. निम्नलिखित शब्दों में संधि-विच्छेद कीजिए- ख) महोत्सव घ) निश्चय च) सम्मोहन + -- + + क) हरीश ग) सप्तर्षि ङ) गणेश + + + 4. निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक शब्द लिखिस- क) जिसके बराबर कोई दूसरा न हो ख) जो लोगों में प्रिय हो ग) अवसर के अनुसार बदल जाने वाला घ) जो बात पहले कभी न हुई हो 5. दिस गस युग्म शब्दों से वाक्य बनाइस- क) नाच-गाना ख) हार-जीत ग) हक्का-बक्का
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लिपि या लेखन प्रणाली का अर्थ होता है किसी भी भाषा की लिखावट या लिखने का ढंग। ध्वनियों को लिखने के लिए जिन चिह्नों का प्रयोग किया जाता है, वही लिपि कहलाती है। लिपि और भाषा दो अलग अलग चीज़ें होती हैं। भाषा वो चीज़ होती है जो बोली जाती है, लिखने को तो उसे किसी भी लिपि में लिख सकते हैं। किसी एक भाषा को उकी सामान्य लिपि से दूसरी लिपि में लिखना, इस तरह कि वास्तविक अनुवाद न हुआ हो, इसे लिप्यन्तरण कहते हैं।
विश्व की लिपियों का मानचित्र
██ लैटिन (अल्फाबेटिक)
██ सिरिलिक लिपि (अल्फाबेटिक)
██ हंगुल (featural alphabetic)
██ अन्य अल्फाबेटिक
██ अरबी लिपि (abjad)
██ देवनागरी (abugida)
██ अन्य abjads
██ अन्य abugidas
██ सिलैबरी
██ शब्द-चिह्न (चीनी अक्षर / logographic)
चीनी लिपि (चित्रलिपि)
मिस्री चित्रलिपि
यद्यपि संसार भर में प्रयोग हो रही भाषाओं की संख्या अब भी हजारों में है, तथापि इस समय इन भाषाओं को लिखने के लिये केवल लगभग दो दर्जन लिपियों का ही प्रयोग हो रहा है। और भी गहराई में जाने पर पता चलता है कि संसार में केवल तीन प्रकार की ही मूल लिपियाँ (या लिपि परिवार) है-
चित्रलिपि (ideographic scripts) - चीन, जापान एवं कोरिया में प्रयुक्त लिपियाँ,
ब्राह्मी से व्युत्पन्न लिपियाँ - देवनागरी तथा दक्षिण एशिया एवं दक्षिण-पूर्व एशिया में प्रयुक्त लिपियाँ ; तथा
फोनेशियन (Phonecian) से व्युत्पन्न लिपियाँ - सम्प्रति यूरोप, मध्य एशिया एवं उत्तरी अफ्रीका में प्रयुक्त लिपियाँ
ये तीनो लिपियाँ तीन अलग-अलग क्षेत्रों में विकसित हुईं जो पर्वतों एवं मरुस्थलों द्वारा एक-दूसरे से अलग-अलग स्थित हैं।