आयकर का ईमानदारी से एवं समय से भुगतान करने हेतु प्रेरित करते हुए 20 से 30
शब्दों में एक नारा लिखिए।
Answers
Answer:
hi mate
Explanation:
सरकार व्यक्तियों, हिंदू अविभाजित परिवारों (एचयूएफ), कंपनियां, फर्मों, सहकारी समितियों और ट्रस्टों (जिन्हें व्यक्तियों और लोगों के समूह के रूप में पहचान प्राप्त है) और किसी भी की अन्य कृत्रिम व्यक्ति के कर योग्य आय पर एक आयकर लगाता है। कर का भार प्रत्येक व्यक्ति पर अलग होता है। यह उदग्रहण भारतीय आय कर अधिनियम, 1961 द्वारा शासित किया जाता है। भारतीय आयकर विभाग, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा संचालित है और भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अधीन राजस्व विभाग का हिस्सा है।'
भारतीय आयकर के भाग
आयकर प्रत्येक व्यक्ति की गतवर्ष में अर्जित की गयी आय पर लगने वाला कर है। 'व्यक्ति' में : एक व्यक्ति, हिन्दू अविभाजित परिवार, व्यक्तियों का संघ, व्यक्तियों का समूह, एक फर्म, कम्पनी आदि शामिल हैं। आयकर सर्वाधिक महत्वपूर्ण प्रत्यक्ष कर है। भारत का आयकर अधिनियम निम्न तत्त्वों/भागों से मिलकर बना है-
(१) आयकर अधिनियम, 1961
(२) वित्त अधिनियम (Finance Act)
(३) आयकर नियमावली (Income-tax Rule)
(४) परिपत्र/अधिसूचना (Circulars and Notification)
(५) न्यायालय के विधायी निर्णय (Case Law)
आयकर अधिनियम, 1961
भारत में आयकर, आयकर अधिनियम, 1961 द्वारा लगाया जाता है। इस पुस्तक में हम इसे संक्षिप्त में ‘अधिनियम’ कहेंगे। यह अधिनियम 1 अप्रैल, 1962 से प्रभाव में आया। इस अधिनियम में कुल 298 धाराएं तथा XIV अनुसूचियां शामिल हैं। संसद द्वारा पारित वित्त अधिनियम द्वारा इसमें सम्वर्धन और विलोपन के साथ प्रतिवर्ष परिवर्तित होता है। आयकर अधिनियम 1961 को सही ढंग से संचालित करने के लिए अधिकारियों को उपयुक्त अधिकार दिये गये हैं।
plzz mark me brainliest