अब इन शब्दों से ऐसे वाक्य बनाओ, जिनसे अलग-अलग अर्थ स्पष्ट हा जा
क. कृपा -छोटों की सहायता करना
दया
-किसी से सहानुभूति रखना
ख. लज्जा - दूसरों से लजाना
ग्लानि - अपने आप पर खेद
ग. उपहास - किसी की हँसी उड़ाना
परिहास - हँसी-विनोद करना
Answers
Answer:
वाक्य बनाओ
Explanation:
अब इन शब्दों से ऐसे वाक्य बनाओ, जिनसे अलग-अलग अर्थ स्पष्ट हा जा
क. कृपा -छोटों की सहायता करना
वाक्य - हे देवी मां सदा अपने भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखना।
दया-किसी से सहानुभूति रखना - गरीबों पर दया करनी चाहिए और सदैव उनकी सहायता करनी चाहिए।
ख. लज्जा - दूसरों से लजाना - हमें कभी भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे हमें बाद में लज्जा महसूस हो।
ग्लानि - अपने आप पर खेद - बुरा काम करने के बाद व्यक्ति स्वाभाविक तौर पर ग्लानि महसूस करता ही है।
ग. उपहास - किसी की हँसी उड़ाना - एक अच्छा व्यक्ति कभी किसी का उपहास नहीं करता।
परिहास - हँसी-विनोद करना - सब मित्र मिलके आपस में हास परिहास कर रहे थे।
Explanation:
Example and Usage of ग्लानि in sentences
"उनकी वह रत्नजटित, बिजली से जगमगाती मूर्ति देखकर मेरे मन में ग्लानि उत्पन्न हुई।" - ग्लानि शब्द का उपयोग प्रेमचंद ने अपनी कहानी झाँकी इस प्रकार किया है. "लज्जा और ग्लानि से उसके चेहरे पर एक रंग आता था, एक रंग जाता था।"