अब कहां दूसरे के दुख से दुखी होने वाले पाठ के अनुसार वनस्पति और जीव जंतु को लेकर लेखक की मां के क्या विचार थ?
Answers
Explanation:
Question 1:
निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर एक दो पंक्तियों में दीजिए −
बड़े-बड़े बिल्डर समुद्र को पीछे क्यों धकेल रहे थे?
Answer:
प्रतिदिन आबादी बढ़ रही है और बिल्डर नई-नई इमरातें बनाने के लिए वन जंगल तो खतम कर ही रहे हैं। साथ ही समुद्र के किनारे इमारतें बनाने के कारण समुद्र को पीछे किया जाता है।
Question 2:
निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर एक दो पंक्तियों में दीजिए −
लेखक का घर किस शहर में था?
Answer:
लेखक का घर पहले ग्वालियर में था, फिर बम्बई वर्सोवा में रहने लगे।
Question 3:
निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर एक दो पंक्तियों में दीजिए −
जीवन कैसे घरों में सिमटने लगा है?
Answer:
लेखक के अनुसार अब जीवन डिब्बे जैसे घरों में सिमटने लगा है। पहले बड़े-बड़े घर दालान आँगन होते थे, सब मिलजुल कर रहते थे, अब आत्मकेन्द्रित हो गए हैं। इसलिए लोग छोटे-छोटे डिब्बे जैसे घरों में सिमटने लगे हैं।
Question 4:
निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर एक दो पंक्तियों में दीजिए −
कबूतर परेशानी में इधर-उधर क्यों फड़फड़ा रहे थे?
Answer:
कबूतर के घोंसले में दो अंडे थे। एक बिल्ली ने तोड़ दिया था दूसरा बिल्ली से बचाने के चक्कर में माँ से टूट गया। कबूतर इससे परेशान होकर इधर-उधर फड़फड़ा रहे थे।
लेखक की मां के विचार है कि सूरज छिपने के बाद पर्थ से फूल पत्ते नहीं तोड़ते क्योंकि पैर रोते हैं बीए बत्ती के वक्त फूलों को तोड़ने पर वह बद्दुआ देते हैं।दरिया पर जाकर उसे सलाम करो कबूतरों को इसलिए नहीं सताना चाहिए क्योंकि वह हजरत मुहम्मद के अजीज है। मुर्गो को परेशान इसलिए नहीं करना चाहिए क्योंकि वह रोज सवेरे उठकर बांग देता है और हम सबको प्रातः जमाने का काम करता है।
ऊपर आपका उत्तर दिया गया है आशा करता हूं आपको समझ जाए और आपका हल मिल जाए धन्यवाद।