अब मुझसे चला नहीं जाता - वाच्य का कौन सा भेद है ?
कर्तृवाच्य
कर्मवाच्य
भाववाच्य
कोई नहीं
Answers
अब मुझसे चला नहीं जाता - वाच्य का कौन सा भेद है ?
इसका सही जवाब है :
भाववाच्य
व्याख्या :
वाच्यों के तीन भेद होते हैं
कर्तृवाच्य
कर्मवाच्य
भाववाच्य
कर्तवाच्य’ : किसी वाक्य में वाच्य का वह रूप जिसमें जिसमें लिंग एवं वचन कर्ता के अनुसार होते हैं उन्हें ‘कर्तवाच्य’ कहते हैं।
‘कर्मवाच्य’ : वाच्य का वह रूप जिसमें लिंग एवं वचन कर्ता के ना अनुसार ना होकर कर्म के अनुसार हो उन्हें ‘कर्मवाच्य’ कहते हैं।
‘भाववाच्य’ में भावों की प्रधानता होती है और इसमें ना तो कर्ता की प्रधानता होती है, और ना ही कर्म बल्क अकर्मक क्रिया का प्रयोग होकर भाव ही प्रधान होता है।"
C) भाववाच्य
वाच्य
वाच्य क्रिया का वह परिवर्तन कहलाता है, जिससे यह ज्ञात होता है कि वाक्य के अंतर्गत किस विषय, क्रिया या भाव की प्रधानता (पहचान) है। इससे यह स्पष्ट होता है कि क्रिया के लिंग, शब्द और पुरुष विषय के अनुसार वाक्य में क्रिया या भाव का प्रयोग हुआ है।
प्रकार
वाच्य 3 प्रकार के होते हैं
- कर्तृवाच्य
- कर्मवाच्य
- भाववाच्य
भाववाच्य
क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है।
"अब मुझसे चला नहीं जाता" यह वाक्य 'भाववाच्य' का उदाहरण है।