Social Sciences, asked by BlueOcean, 10 months ago

अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे​,
फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे​,
ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे​,
अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे।​

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Answered by Anonymous
16

 \huge{\underline{\underline{\mathfrak{\purple{Ànswêr}}}}}

Nice lines mate

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