Accountancy, asked by Morningstaar, 3 months ago

ABC Ltd. invited applications for 15,000 shares of Rs. 100 each, issued at Rs.
120 payable as follows:
On application, on 1st July, Rs. 50 per share
On allotment, on 31st July, Rs. 40 per share (including premium)
On 1st call, on 31st August, Rs. 15 per share
On 2nd and Final Call, on 30th September, Rs. 15 per share
Applications were received for 18,000 shares and it was decided to deal as per the
directives of stock exchange, which is as follows:
(a) To give full allotment to applicants for 2,500 shares
(b) To refuse allotment to applicants of 500 shares
(c) To allot the remaining shares on pro-rata basis among other applicants
(d) To utilize the surplus received on application in part payment of amount
due on allotment and calls.
All amounts were duly received except an applicant, Mr. Z to whom 40 shares
were allotted, failed to pay the amount due on 2nd and Final Call. His shares were
forfeited on 30th November. These shares were re-issued on 10th December as
fully paid @ Rs. 90 per share.
Give Journal Entries including those relating to cash/bank to record the above
transactions.

Answers

Answered by AteebAnsari
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वर्तमान समय में लोगों के पास एक दूसरे से बात करने के लिए उनकी कुशलता जानने के लिए मोबाइल फ़ोन, इंटरनेट, टेलीफोन ई-मेल आदि सुविधाएं उपलब्ध है, जिससे हमे दूसरों की कुशलता का समाचार तुरंत ही प्राप्त हो जाता है और अगर हमें अपनी बात किसी दूसरे तक पहुंचानी होती है, तो हम इन्ही चीजों का इस्तेमाल करके अपनी बात दूसरे तक आसानी पहुंचा देते हैं, लेकिन पूर्व समय में ऐसा बिलकुल भी नहीं था | इसलिए हम इस तरह से दूर रहने वाले अपने सम्बन्धी और मित्रों की कुशलता का समाचार जानने और अपनी कुशलता का समाचार देने के लिए पत्र लिखते थे, जिसके माध्यम से हम एक दूसरे की कुशलता का समाचार ले पाते थे | एक स्थान से दूसरे स्थान तक पत्र पहुंचाने के लिए भारत सरकार ने डाक विभाग का गठन किया था, जो मुख्य रूप से पत्र को निश्चित स्थान तक पहुंचाने का काम करता है, इसके बदले में आपको डाक टिकट के रूप में कुछ शुल्क देना होता है | यदि आप भी पत्र लेखन के विषय में जानना चाहते हैं, तो यहाँ पर आपको पत्र लेखन क्या होता है , पत्र कितने प्रकार के होते है , अच्छा पत्र कैसे लिखे | इसकी पूरी जानकारी प्रदान दी जा रही है |वर्तमान समय में लोगों के पास एक दूसरे से बात करने के लिए उनकी कुशलता जानने के लिए मोबाइल फ़ोन, इंटरनेट, टेलीफोन ई-मेल आदि सुविधाएं उपलब्ध है, जिससे हमे दूसरों की कुशलता का समाचार तुरंत ही प्राप्त हो जाता है और अगर हमें अपनी बात किसी दूसरे तक पहुंचानी होती है, तो हम इन्ही चीजों का इस्तेमाल करके अपनी बात दूसरे तक आसानी पहुंचा देते हैं, लेकिन पूर्व समय में ऐसा बिलकुल भी नहीं था | इसलिए हम इस तरह से दूर रहने वाले अपने सम्बन्धी और मित्रों की कुशलता का समाचार जानने और अपनी कुशलता का समाचार देने के लिए पत्र लिखते थे, जिसके माध्यम से हम एक दूसरे की कुशलता का समाचार ले पाते थे | एक स्थान से दूसरे स्थान तक पत्र पहुंचाने के लिए भारत सरकार ने डाक विभाग का गठन किया था, जो मुख्य रूप से पत्र को निश्चित स्थान तक पहुंचाने का काम करता है, इसके बदले में आपको डाक टिकट के रूप में कुछ शुल्क देना होता है | यदि आप भी पत्र लेखन के विषय में जानना चाहते हैं, तो यहाँ पर आपको पत्र लेखन क्या होता है , पत्र कितने प्रकार के होते है , अच्छा पत्र कैसे लिखे | इसकी पूरी जानकारी प्रदान दी जा रही है |

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