अभिमान धना का अस्ति?
O सर्वे मानवाः
O O
भारत जनता
O O
अन्य देशस्य जनता
Answers
Answer:
सर्वे मानवः
Explanation:
...................
Answer:
भारत जनता :
Explanation:
अभिमान धना भारत जनता : अस्ति |
यह प्रश्न भारतजनताअहम् शीर्षक कविता से सम्बंधित है।
प्रस्तुत कविता का सार निम्न प्रकार है-
भारतजनताअहम्
इस कविता आधुनिक कविकुलशिरोमणि डॉ. रमाकान्त शुक्ल द्वारा रचित काव्य “भारतजनताअहम्' से साभार उद्धृत है। इस कविता में कवि भारतीय जनता के सरोकारों, विविध कौशलों, विविध रुचियों आदि का उल्लेख करते हुए बतातें हैं कि भारतीय जनता की क्या-क्या विशेषताएँ हैं।
अभिमानधना विनयोपेता, शालीना भारतजनताअहम्॥
'कुलिशादपि कठिना कुसुमादपि, सुकुमारा भारतजनताअहम्॥॥
अन्वयः-
अहम् भारतजनता अभिमानधना, विनयोपेता शालीना (व अस्मि)। अहम् भारतजनता कुलिशादपि कठिना, कुसुमादपि सुकुमारा(अस्समि)।
अर्थ-
मैं स्वाभिमान रूपी धन वाली, विनग्रता से परिपूर्ण और शालीन भारत की जनता हूँ। मैं वज़ से भी कठोर और फूल से भी कोमल भारत की जनता हूँ।
इस प्रकार कवि ने स्वाभिमान की धनी भारत की जनता को बताया है।
#SPJ3