अभिमन्योः ललाटे तिलकं कृत्वा आरार्तिकं च कृत्वा उत्तरा किं कामयते? (अभिमन्यु के ललाट पर तिलक करके और आरती करके उत्तरा क्या कामना करती है?)
Answers
Answered by
41
अभिमन्योः ललाटे तिलकं कृत्वा आरार्तिकं च कृत्वा उत्तरा किं कामयते? (अभिमन्यु के ललाट पर तिलक करके और आरती करके उत्तरा क्या कामना करती है?)
Answered by
0
Answer:
hiii
your answer is here !
Explanation:
सा कामय यत् शत्रून् विजित्य पति सत्वरमेवागच्छतु अहं तस्य पन्थानं पश्यामि। (वह कामना करती है कि शत्रुओं को जीतकर पति शीघ्र आयें मैं उनकी प्रतीक्षा (राह) देखती हूँ।)
follow me !
Similar questions