अभिप्रेरणा की ‘एक्स’ एवं ‘वाई’ विचारधारा के प्रतिपादक कौन हैं?
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प्रबल बाधा एवं लक्ष्य || Prof. Awadhesh kumar
आधुनिक मनोविज्ञान के जनक || विलियम
| आत्म सम्प्रत्यय की अवधारणा || विलियम जेम्स |-
| शिक्षा-मनोविज्ञान के जनक || एडवर्ड थार्नडाइक |-
| प्रयास एवं त्रुटि सिद्धांत || थार्नडाइक |-
| प्रयत्न एवं भूल का सिद्धांत || थार्नडाइक |-
| संयोजनवाद का सिद्धांत || थार्नडाइक |-
| उद्दीपन-अनुक्रिया का सिद्धांत || थार्नडाइक |-
|S-R थ्योरी के जन्मदाता || थार्नडाइक |-
| अधिगम का बन्ध सिद्धांत || थार्नडाइक |-
| संबंधवाद का सिद्धांत || थार्नडाइक |-
| प्रशिक्षण अंतरण का सर्वसम अवयव का सिद्धांत || थार्नडाइक |- | बहुखंड या बहुतत्व बुद्धि का सिद्धांत || थार्नडाइक |- | बिने-साइमन बुद्धि परीक्षण के प्रतिपादक || अल्फ्रेडबिने एवं साइमन |-
| बुद्धि परीक्षणों के जन्मदाता || अल्फ्रेडबिने |-
| एकखण्ड बुद्धि का सिद्धांत || अल्फ्रेडबिने |-
| दो खंड बुद्धि का सिद्धांत || स्पीयरमैन |- | तीन खंड बुद्धि का सिद्धांत || स्पीयरमैन |-
| सामान्य व विशिष्ट तत्वों के सिद्धांत के प्रतिपादक || स्पीयरमैन |- | बुद्धि का द्वय शक्ति का सिद्धांत || स्पीयरमैन |-
| त्रि-आयाम बुद्धि का सिद्धांत || गिलफोर्ड |-
| बुद्धि संरचना का सिद्धांत || गिलफोर्ड |- | समूह खंडबुद्धि का सिद्धांत || थर्स्टन |- |युग्म तुलनात्मक निर्णय विधि के प्रतिपादक || थर्स्टन |-
| क्रमबद्ध अन्तराल विधि के प्रतिपादक || थर्स्टन |- | समदृष्टि अन्तर विधि के प्रतिपादक || थर्स्टन व चेव |-
| न्यादर्श या प्रतिदर्श(वर्ग घटक) बुद्धि का सिद्धांत || थॉमसन |- | पदानुक्रमिक(क्रमिक महत्व) बुद्धि का सिद्धांत || बर्ट एवं वर्नन |-
| तरल-ठोस बुद्धि का सिद्धांत || आर. बी.केटल |-
| प्रतिकारक (विशेषक) सिद्धान्त के प्रतिपादक || आर. बी.केटल |- | बुद्धि ‘क’ और बुद्धि ‘ख’ का सिद्धांत || हैब |-
| बुद्धि इकाई का सिद्धांत || स्टर्न एवं जॉनसन |-
| बुद्धिलब्धि ज्ञात करने के सुत्र के प्रतिपादक || विलियम स्टर्न |-
| संरचनावाद साम्प्रदाय के जनक || विल्हेल्म मैक्सिमिलन वुन्ट और शिष्यटिंचनर (Edward B. Titchener) |-
| प्रयोगात्मक मनोविज्ञान के जनक || विल्हेम वुण्ट-1879 में लिपजिग जर्मनी में पहली प्रयोगशाला |-
| विकासात्मक मनोविज्ञान के प्रतिपादक || जीन पियाजे |-
| संज्ञानात्मक विकास का सिद्धांत || जीन पियाजे |- | मूल प्रवृत्तियों के सिद्धांत के जन्मदाता || विलियम मैक्डूगल |- | हार्मिक का सिद्धांन्त || विलियम मैक्डूगल |-
|मनोविज्ञान – मन मस्तिष्क का विज्ञान || पोंपोनोजी |-
|क्रिया-प्रसूत अनुबंधन का सिद्धांन्त || B F स्किनर |- | सक्रिय अनुबंधन का सिद्धांन्त || B F स्किनर |- | अनुकूलित अनुक्रिया का सिद्धांत || इवान पेट्रोविच पावलव (I P Pavlov) |- | संबंध प्रत्यावर्तन का सिद्धांत || I P पावलव
|- | शास्त्रीय अनुबंधन का सिद्धांत || इवान पेट्रोविच पावलव |- |प्रतिस्थापक का सिद्धांत || इवान पेट्रोविच पावलव |- | प्रबलन (पुनर्बलन) का सिद्धांत || सी. एल. हल |- | व्यवस्थित व्यवहार का सिद्धांत || सी. एल. हल |- |सबलीकरण का सिद्धांत || सी. एल. हल |- |संपोषक का सिद्धांत || सी. एल. हल |- | चालक / अंतर्नोद (प्रणोद) का सिद्धांत || सी. एल. हल |- | अधिगम का सूक्ष्म सिद्धान्त || कोहलर |- | सूझ या अन्तर्दृष्टि का सिद्धांत || कोहलर, वर्दीमर, कोफ्का |- | गेस्टाल्टवाद सम्प्रदाय के जनक || कोहलर, वर्दीमर, कोफ्का |- | क्षेत्रीय सिद्धांत || कुर्त लेविन |- | तलरूप कासिद्धांत || कुर्त लेविन |- | समूह गतिशीलतासम्प्रत्यय के प्रतिपादक || कुर्त लेविन |- | सामीप्य संबंधवाद का सिद्धांत || गुथरी |- | साईन (चिह्न) का सिद्धांत || टॉलमैन |- | सम्भावना सिद्धांत के प्रतिपादक || टॉलमैन |- | अग्रिम संगठकप्रतिमान के प्रतिपादक || डेविड आसुबेल |- | भाषायीसापेक्षता प्राक्कल्पना के प्रतिपादक || व्हार्फ |- | मनोविज्ञान के व्यवहारवादी सम्प्रदाय के जनक || जोहन बी. वाटसन |- | अधिगम या व्यव्हार सिद्धांत के प्रतिपादक || क्लार्क हल |- |सामाजिक अधिगम सिद्धांत के प्रतिपादक || अल्बर्ट बण्डूरा |- | पुनरावृत्ति का सिद्धांत || जी स्टेनले हॉल |- | अधिगम सोपानकी के प्रतिपादक || गेने |- |मनोसामाजिकविकासकासिद्धांत || एरिकएरिक्सन |- | प्रोजेक्ट प्रणाली से करके सीखना का सिद्धांत || जान ड्यूवी |- | अधिगम मनोविज्ञान का जनक || हर्मन इबिन हॉस (Hermann Ebbinghaus ) |- |आधुनिक मनोविज्ञान के प्रथम मनोवैज्ञानिक || डेकार्टे |- |किन्डरगार्टन विधि के प्रतिपादक || फ्रोबेल |- |डाल्टन विधि के प्रतिपादक || मिस हेलेन पार्कहर्स्ट |- |मांटेसरी विधि के प्रतिपादक || मैडम मारिया मांटेसरी |- |संज्ञानात्मक आन्दोलन के जनक || अल्बर्ट बांडूरा |- |गेस्टाल्टवाद (1912) || कोहलर, कोफ्का, वर्दीमर व लेविन |- |संरचनावाद (1879) || विलियम वुंट |- |व्यवहारवाद (1912) || जे. बी. वाटसन |- |मनोविश्लेशणवाद (1900) || सिगमंड फ्रायड |- |विकासात्मक/संज्ञानात्मक || जीन पियाजे |- |संरचनात्मक अधिगम की अवधारणा || जेरोम ब्रूनर |- |सामाजिक अधिगम सिद्धांत (1986) || अल्बर्ट बांडूरा |- |संबंधवाद (1913) – थार्नडाईक |- |अनुकूलित अनुक्रिया सिद्धांत (1904) || पावलव् |- |क्रियाप्रसूत अनुबंधन सिद्धांत (1938) – स्किनर |- |प्रबलन/पुनर्बलन सिद्धांत (1915) – हल |- |अन्तर्दृष्टि/सूझ सिद्धांत (1912) – कोहलर |- | विकास के सामाजिक प्रवर्तक ||