अभ्यास
1. 'जयति ओ३म् ध्वज व्योम बिहारी' गीत किस झंडे को फहराने
पर बोला जाता है?
2. 'साम्य सुमन विकसाने वाला' का क्या अभिप्राय है?
3. 'इसके नीचे बड़े अभय मन' में 'इसके' का अर्थ बताइए।
4. वेद ज्ञान के घर-घर में भर जाने का क्या लाभ होगा?
5. आर्यजनों का अटल निश्चय क्या होना चाहिए?
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जरी-कोर = जरी की किनारी। बरी = प्रज्वलित होती। खरी = अधिक। बिजुरी = बिजुली। सारद = शरद ऋतु के। परिबेखु = मण्डल, घेरा।
- गोरे मुखड़े पर (साड़ी में टँकी) जरी किनारी इस अत्यंत उद्दीप्त शोभा को तो देखो। (मालूम पड़ता है) मानो शरद ऋतु के चन्द्रमा को चारों ओर से घेरे हुए बिजली सोह रही हो।
- नोट - यहाँ जरी की किनारी बिजली, मुखमंडल शरद ऋतु का चन्द्रमंडल है। विद्युत्मण्डल से घिरा हुआ चन्द्रमण्डल! अद्भुत कवि-कल्पना है।
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