अभ्यास
प्रश्न 1. शिक्षक की सहायता से 'दोहों' का भावपूर्ण गान कीजिए।
प्रश्न 2. निम्नलिखित शब्दों का अर्थ बताकर उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए:
उद्यम, प्रकृति, खैर, कुसंग, कंचन, जपमाला, दु:ख, भुजंग, हरषै
प्रश्न 3. प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(1) यदि भगवान आपको कुछ माँगने के लिए कहे, तो आप क्या माँगना चाहेंगे?
(2) अच्छे व्यक्ति की संगति से आपको क्या लाभ हो सकते हैं?
(3) लोग धर्म के नाम पर कौन-से आडम्बर करते हैं?
(4) लोग किन-किन कारणों से भीख माँगते हैं?
OREIO
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Answer:
प्रश्न. 3. (1) आपका प्रसन्न तर्क संगत नहीं है। संभव ही नहीं है कि भगवान किसी से कुछ मांगने को कह सकता है। इसका कारण ये है कि भगवान ने नास्तिकों से अभी तक ये नहीं कह पाया है कि " मैं हूं।"
प्रसन्न ३ (२) हर व्यक्ति में अच्छाई और बुराई दोनों होती है। ये बात आपके ऊपर निर्भर है कि आप क्या ग्रहण करना चाहते हैं। उदाहरण के लिए एक संत है जो बहुत अच्छा जीवन व्यतीत कर रहा है। किसी का बुरा नहीं चाहता। सबका कल्याण चाहता है । पूरे दिन ईश्वर की भक्ति में व्यतीत करता है। उसका पब्लिक नेटवर्क इतना है कि जो भी उससे मिलने जाता है कुछ ना कुछ दे आता है इससे उसकी रोज़ी रोटी चलती है। अब आपने देखा कि महाराज जी खाली बैठे रहते है काम धाम करते नहीं है तो मैं भी क्यों करूं? तो आपने उनके दुर्गुण की अपना लिया। ये बात आपको कभी फायदा नहीं पहुंचा सकती आप हमेशा दुख भोगी बनते जाएंगे।
प्रसन्न ३ (३) सभी धर्मों की शुरुआत ही आडंबर से हुई है। १. यहूदी धर्म इब्राहिम के आडंबर से शुरू होता है। २. इस्लाम मोहम्मद साहब के झूठ पर टिका है ३. ईसाई धर्म ईशा मसीह के झूठे चमत्कारों पर टिका है। हिन्दू धर्म - प्राचीन कवियों की अप्रमाणित कल्पनाओं पर टिका है।
प्रसन्न(४)
१. चेतना की कमी के कारण।
२. कर्म की अपेक्षा धर्म को प्राथमिकता देने के कारण।
३. जीवन के उद्देश्य से भटक जाने के कारण।
४. गलत मानसिकता के कारण।
५. अपने जीवन को बेकार समझने के कारण।
६. अज्ञानता के कारण।
७. अपनी सांस्कृतिक विरासत के कारण।
८. अपनी परम्मपरा के कारण।
९. मोटीवेशन के अभाव के कारण
१०. जिम्मेदारी से भाग जाने के कारण।