अभ्यास प्रश्न
निम्नलिखित काव्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
1. यह धरती है उस किसान की
जो बैलों के कंधों पर बरसात घाम में
जुआ भाग्य का रख देता है
जोत डालता है मिट्टी को
और बीज फिर बो देता है
नए वर्ष में नई फसल के,
ढेर अन्न का लग जाता है
यह धरती है उस किसान की।
नहीं कृष्ण की, नहीं राम की
नहीं तेग, तलवार, धर्म की
नहीं राव की, नहीं रंक की
नहीं किसी की, नहीं किसी की
धरती है केवल किसान की।
सूर्योदय सूर्यास्त असंख्यों
सोना ही सोना बरसाकर मोल नहीं ले पाए इसको
भीषण बादल आसमान में गरज-गरजकर
धरती को न कँपा पाए हैं
प्रलय सिंधु में डूब-डूबकर उभर-उभर आई है ऊपर
यह धरती तो है किसान की।
धरती को कवि ने केवल किसान की क्यों माना है?
(i) किन पंक्तियों में कवि ने यह दर्शाया है कि वर्षा और
बाढ़ धरती का कुछ नहीं बिगाड़ पाते?
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