Abhinandan harshvardhan ki virta pr apne mitra ko patra likhiye
Answers
अभिनंदन वर्धमान की वीरता पर मित्र/सखी के पत्र
प्रिय सखी वर्षा ,
सप्रेम स्नेह,
तुम कैसी हो? मैं यहां पर अच्छी हूं। तुम अपने हाल-चाल बताओ। मैं न्यूज़पेपर में एक लेख पढ़ रही थी, जिसमें विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की वीरता के विषय में काफी जानकारी दी गई थी। यह जानकारी पढ़ कर मुझे अभिनंदन की वीरता पर बड़ा ही गर्व महसूस हुआ। हमारे देश में ऐसे अनेक जांबाज़ वीर हैं, जो अपने देश के लिए कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार हैं।
तुम्हें पता ही होगा कि फरवरी में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत पाकिस्तान के बीच तनाव उत्पन्न हो गया था। इस घटना में पाकिस्तान के आतंकवादियों का हाथ था, यह बात पूरी तरह सिद्ध हो चुकी थी और भारत पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के बाद भारत ने आतंकवादियों को सबक सिखाने के उद्देश्य से पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी कैंपों हवाई कार्रवाई करके उन्हें नष्ट किया था। उसी समय भारतीय वायुसेना का एक विमान जिसे विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान चला रहे थे पाकिस्तान की सीमा में फंस गया और विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान की सेना ने पकड़ लिया। लेकिन विंग कमांडर अभिनंदन ने जिस तरह साहस का परिचय दिया वह प्रशंसनीय था। उन्होंने पाकिस्तान की सेना के आगे बिल्कुल भी न झुकते हुए अपने भारतीय सैनिक का पूरा कर्तव्य निभाया। पाकिस्तान को भारत और अंतरराष्ट्रीय दबाव में आकर विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ना पड़ा और वह सकुशल भारत वापस आ गए। उनकी वीरता को देखकर हमें भी उनके जैसा वीर सैनिक बनने का मन करता है, ताकि देश पर आये संकट की घड़ी में हम भी अपने देश की रक्षा कर सकें। तुम भी अभिनंदन के विषण में पढ़ना और उनकी वीरता से प्रेरणा लेना।
तुम्हारी सखी...
मोनिका