acharya hazari prasad dwivedi jeevan parichay in hindi
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जीवन परिचय: आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का जन्म 20 अग्रस्त, सन् 1907 ई. में बालिया जिले के 'दुबे का छपरा' नामक ग्राम में हुआ था। इनके पिता का नाम श्री अनमोल दुबे एवं माता का नाम श्रीमती ज्योतिकली देवी था। इनकी शिक्षा का प्रारम्भ संस्कृत से हुआ था ।
आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी हिन्दी के मौलिक निबन्धकार, उत्कृष्ट समालोचक एवं सांस्कृतिक विचारधारा के प्रमुख उपन्यासकार थे।
वेदी जी भाषा के प्रकाण्ड पण्डित थे। संस्कृतनिष्ठ शब्दावली के साथ-साथ आपने निबन्धों में उर्दू फारसी, अंग्रेजी एवं देशज शब्दों का भी प्रयोग किया है। हिंदी के अलावा, वे संस्कृत, बंगाली, पंजाबी, गुजराती, पाली, प्राकृत, और अपभ्रंश सहित कई भाषाओं के जानकार थे |
हज़ारी प्रसाद द्विवेदी को भारत सरकार ने उनकी विद्वत्ता और साहित्यिक सेवाओं को ध्यान में रखते हुए साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में 1957 में 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया था।