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प्र04- निम्नांकित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए
(3)
किंतु, बालगोबिन भगत गाए जा रहे हैं। हाँ, गाते-गाते कभी-कभी पतोहू के नजदीक भी जाते
और उसे रोने के बदले उत्सव मनाने को कहते। आत्मा परमात्मा के पास चली गई, विरहिनी
अपने प्रेमी से जा मिली, भला इससे बढ़कर आनंद की कौन बात? मैं कभी कभी सोचता, यह
पागल तो नहीं हो गए। किंतु नहीं, वह जो कुछ कर रहे थे उसमें उनका विश्वास बोल रहा
था- वह चरम विश्वास जो हमेशा ही मृत्यु पर विजयी होता आया है।
क-लेखक को बालगोबिन भगत पागल क्यों लग रहे थे?
ख- भगत के लिए मृत्यु आनंद की बात क्यों थी?
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क- लेखक को बालगोबिन भगत पागल इस लिए लग रहे हैं क्योंकि बालगोबिन का स्वभाव सांसारिक मोह से मुक्त था। जो कुछ भी वह करते थे उसमें उनका विश्वास दिखाई देता था।
ख- भगत के लिए मृत्यु आनंद की बात इसलिए थी क्योंकि मृत्यु के उपरांत आत्मा का परमात्मा से मिलन हो जाता है।
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