English, asked by asssemyemen9034, 1 year ago

Advantages of facebook and in hindi for debate competition

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Answered by kcharan1459
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फेसबुक (अंग्रेज़ी:Facebook) इंटरनेट पर स्थित एक निःशुल्क सामाजिक नेटवर्किंग सेवा है, जिसके माध्यम से इसके सदस्य अपने मित्रों, परिवार और परिचितों के साथ संपर्क रख सकते हैं। यह फेसबुक इंकॉ. नामक निजी कंपनी द्वारा संचालित है। इसके प्रयोक्ता नगर, विद्यालय, कार्यस्थल या क्षेत्र के अनुसार गठित किये हुए नेटवर्कों में शामिल हो सकते हैं और आपस में विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं।[5] इसका आरंभ 2004 में हार्वर्ड के एक छात्र मार्क ज़ुकेरबर्ग ने की थी। तब इसका नाम द फेसबुकथा। कॉलेज नेटवर्किग जालस्थल के रूप में आरंभ के बाद शीघ्र ही यह कॉलेज परिसर में लोकप्रिय होती चली गई। कुछ ही महीनों में यह नेटवर्क पूरे यूरोप में पहचाना जाने लगा। अगस्त 2005 में इसका नाम फेसबुक कर दिया गया। फेसबुक में अन्य भाषाओं के साथ हिन्दी में भी काम करने की सुविधा है।

फेसबुक इंका.
Answered by VipulRajput01
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1. अपने ब्रांड को प्रमोट करें: आज फेसबुक के जरिये लगभग 50 मिलियन लोग अपने ब्रांड को काफी कम कीमतों में एक सफल कस्टमर बेस तक पंहुचा रहे हैं | यदि आप भी भविष्य के अम्बानी बनना चाहते है तो फेसबुक आपकी काफी मदद कर सकती है |

2. ज्ञान का अपार भंडार: बात चाहे हेल्थ की हो या फिर स्पोर्ट की आज फेसबुक में आपको विभिन्न टॉपिक के बारे में विस्तृत जानकारी देते हजारों पेज मिल जायेंगे जहा से आप काफ़ी शोर्ट में ढेरों जानकारियां जुटा सकते हैं |

3. कनेक्टेड रहे: “Humans are social animal” हम सभी इस बात को स्वीकार करते हैं | आज के टाइम में वही आदमी कामयाब है जो लोगो से जुड़ना जानता है | बात चाहे अपने कॉलेज फ्रेंड को ढूंढने कि हो या फिर किसी अंजान से दोस्ती की शुरुआत करने की फेसबुक के साथ आप लोगो से हर मोड़ पर कनेक्टेड रह सकते हैं |

4. अपने विचारों को करे साँझा: अमूमन अपने विचारो को दुनिया तक पहुचाने के लिए हम में से काफी लोग अपना पर्सनल ब्लॉग बनाने की सोचते हैं परन्तु एक उचित टेक्निकल नॉलेज के अभाव में हम ऐसा नहीं कर पाते | फेसबुक पेज के जरिये आप बिना किसी टेक्निकल नॉलेज के अपने विचारो को लोगो से साँझा कर सकते हैं | ये आपके पोटेंशियल कस्टमर तक आपकी बात पहुचने में आपकी काफी मदद करेगा|

5. कही भी कभी भी: आदि काल से हम लोगो की 3 जरुरत रही है रोटी, कपड़ा और मकान |परन्तु आधुनिकता के इस दौर में इन 3 स्तम्भ की जगह स्मार्टफ़ोन्स, नेट कनेक्शन एवं फ़ोन की बैटरी बैकअप ने ले ली है | फेसबुक के इस दौर में आज हम कही भी किसी भी मोड़ पर लोगो से जुड़ खुद को ज्यादा सोशल फील करवा सकते हैं |


HOPE HELPFUL ANSWERD !

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