अफसर नामक व्यंग्य में लेखक ने मनुष्य की किस प्रवृत्ति की ओर इशारा किया है.
Answers
Answered by
6
Answer:
शरदजी ने अफसर के भ्रष्ट रूप को जो समाज में चारों ओर प्रत्यक्ष दिखाई देता है, उसे अपने व्यंग्य बाणों द्वारा व्यक्त किया है। अफसर व्यंग्य की प्रासंगिकता वर्तमान में बहुत महती है, क्योंकि उसके साथ दोस्ती नहीं की जा सकती है, लेकिन रिश्ता कायम किया जा सकता है। अफसर के साथ नहीं चला जा सकता, सदैव उसके पीछे चलना होता है।
Answered by
9
pls mark me as a brainlist
Attachments:
Similar questions