अगर किसी दिन पापा हड़ताल पर जाए तो घर पर क्या होगा
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पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपरInstall Appभूमिगत डॉक्टर घर पहुंचे, बेटी बोली-पापा ! हड़ताल पर मत जाना, घर आती है पुलिस3 वर्ष पहलेकोटा. “पापा! अब हड़ताल पर मत जाना, घर पर बार-बार पुलिस आ जाती है’ हड़ताल के दौरान करीब 12 दिन तक भूमिगत रहने के बाद जैसे ही सेवारत चिकित्सक संघ के प्रदेश महासचिव डॉ. दुर्गाशंकर सैनी अपने घर पहुंचे तो 7 साल की बेटी निष्ठा उनसे यह बात कहते हुए लिपट गई। बोलीं- घर पर इतनी बार पुलिस आई, एक-एक कमरे में घुसती और आपको ढूंढती थी तो मुझे डर लगता था। हालांकि बाद में डॉ. सैनी ने बच्ची को तसल्ली दी और कहा कि अब ऐसी नौबत नहीं आएगी।
पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपरInstall Appभूमिगत डॉक्टर घर पहुंचे, बेटी बोली-पापा ! हड़ताल पर मत जाना, घर आती है पुलिस3 वर्ष पहलेकोटा. “पापा! अब हड़ताल पर मत जाना, घर पर बार-बार पुलिस आ जाती है’ हड़ताल के दौरान करीब 12 दिन तक भूमिगत रहने के बाद जैसे ही सेवारत चिकित्सक संघ के प्रदेश महासचिव डॉ. दुर्गाशंकर सैनी अपने घर पहुंचे तो 7 साल की बेटी निष्ठा उनसे यह बात कहते हुए लिपट गई। बोलीं- घर पर इतनी बार पुलिस आई, एक-एक कमरे में घुसती और आपको ढूंढती थी तो मुझे डर लगता था। हालांकि बाद में डॉ. सैनी ने बच्ची को तसल्ली दी और कहा कि अब ऐसी नौबत नहीं आएगी।- चार साल का बेटा भव्य भी पिता को इतने दिन बाद देख खुश हुआ। डॉ. सैनी ही नहीं बल्कि सेवारत चिकित्सक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. अमित गोयल, महासचिव डॉ. राजेश सामर समेत सभी प्रमुख पदाधिकारियों के घर गुरुवार को ऐसा ही माहौल था। वजह यह थी कि हड़ताल के दौरान सरकार द्वारा रेस्मा लगा देने से पुलिस ने डॉक्टरों की गिरफ्तारियां शुरू कर दी।
पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपरInstall Appभूमिगत डॉक्टर घर पहुंचे, बेटी बोली-पापा ! हड़ताल पर मत जाना, घर आती है पुलिस3 वर्ष पहलेकोटा. “पापा! अब हड़ताल पर मत जाना, घर पर बार-बार पुलिस आ जाती है’ हड़ताल के दौरान करीब 12 दिन तक भूमिगत रहने के बाद जैसे ही सेवारत चिकित्सक संघ के प्रदेश महासचिव डॉ. दुर्गाशंकर सैनी अपने घर पहुंचे तो 7 साल की बेटी निष्ठा उनसे यह बात कहते हुए लिपट गई। बोलीं- घर पर इतनी बार पुलिस आई, एक-एक कमरे में घुसती और आपको ढूंढती थी तो मुझे डर लगता था। हालांकि बाद में डॉ. सैनी ने बच्ची को तसल्ली दी और कहा कि अब ऐसी नौबत नहीं आएगी।- चार साल का बेटा भव्य भी पिता को इतने दिन बाद देख खुश हुआ। डॉ. सैनी ही नहीं बल्कि सेवारत चिकित्सक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. अमित गोयल, महासचिव डॉ. राजेश सामर समेत सभी प्रमुख पदाधिकारियों के घर गुरुवार को ऐसा ही माहौल था। वजह यह थी कि हड़ताल के दौरान सरकार द्वारा रेस्मा लगा देने से पुलिस ने डॉक्टरों की गिरफ्तारियां शुरू कर दी। - इसी के चलते सभी प्रमुख पदाधिकारी 15 दिसंबर की रात से ही घरों से गायब थे। स्थिति ऐसी थी कि वे घरों पर बात भी नहीं कर पा रहे थे, क्योंकि मोबाइल लोकेशन के आधार पर उन्हें पकड़े जाने का डर था। सभी के घर पहुंचने के बाद परिजनों ने भी राहत की सांस ली है।
पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपरInstall Appभूमिगत डॉक्टर घर पहुंचे, बेटी बोली-पापा ! हड़ताल पर मत जाना, घर आती है पुलिस3 वर्ष पहलेकोटा. “पापा! अब हड़ताल पर मत जाना, घर पर बार-बार पुलिस आ जाती है’ हड़ताल के दौरान करीब 12 दिन तक भूमिगत रहने के बाद जैसे ही सेवारत चिकित्सक संघ के प्रदेश महासचिव डॉ. दुर्गाशंकर सैनी अपने घर पहुंचे तो 7 साल की बेटी निष्ठा उनसे यह बात कहते हुए लिपट गई। बोलीं- घर पर इतनी बार पुलिस आई, एक-एक कमरे में घुसती और आपको ढूंढती थी तो मुझे डर लगता था। हालांकि बाद में डॉ. सैनी ने बच्ची को तसल्ली दी और कहा कि अब ऐसी नौबत नहीं आएगी।- चार साल का बेटा भव्य भी पिता को इतने दिन बाद देख खुश हुआ। डॉ. सैनी ही नहीं बल्कि सेवारत चिकित्सक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. अमित गोयल, महासचिव डॉ. राजेश सामर समेत सभी प्रमुख पदाधिकारियों के घर गुरुवार को ऐसा ही माहौल था। वजह यह थी कि हड़ताल के दौरान सरकार द्वारा रेस्मा लगा देने से पुलिस ने डॉक्टरों की गिरफ्तारियां शुरू कर दी। - इसी के चलते सभी प्रमुख पदाधिकारी 15 दिसंबर की रात से ही घरों से गायब थे। स्थिति ऐसी थी कि वे घरों पर बात भी नहीं कर पा रहे थे, क्योंकि मोबाइल लोकेशन के आधार पर उन्हें पकड़े जाने का डर था। सभी के घर पहुंचने के बाद परिजनों ने भी राहत की सांस ली है।- डॉ. सैनी गुरुवार को ईएसआई अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने पहले मेन गेट पर मत्था टेका और फिर अंदर जाकर रजिस्टर में साइन किए।