agyatvas ki avadhi Pandav AVN Draupadi Ne Kaha aur kaise bitaai short answer
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वनवास की कठिनाइयों को झेलने के पश्चात अब पांड्वो के तेरहवे वर्ष के अज्ञातवास का समय आया | अब पांडव आम जनता से दूर वन में एकांत स्थान पर विचार करने लगे कि एक वर्ष का अज्ञातवास किस नगर में बिताया जाये | अर्जुन ने विराटनगर जाने का प्रस्ताव दिया जिसके राजा विराट दुर्योधन की बातो में नही आयेंगे | अब सभी पांडव भाई वेष बदलकर विराटनगर की ओर रवाना हुए और मार्ग में अपने सारे शस्त्र एक श्मशान में रख दिए | विराटनगर पहुचने के बाद वो राजा की चाकरी में लग गये | लोगो के शक होने पर राजा ने भी पांड्वो पर शक किया किन्तु विश्वास दिलाने पर उन्हें सेवा में ले लिया |
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